आपणी हथाई न्यूज,केंद्रीय साहित्य अकादेमी नई दिल्ली स्थित परिसर में आयोजित साहित्योत्सव-2023 में आज वाल्मीकि सभागार में बहुभाषी कविता सत्र में बीकानेर की युवा कवयित्री विनीता शर्मा अपनी राजस्थानी कविताओं का वाचन किया।
इस कार्यक्रम में राजस्थानी के साथ ही पंजाबी, उर्दू, अंग्रेजी, हिंदी, तेलगु, उड़िया, बंगाली, गुजराती भाषाओं के प्रतिनिधियों ने अपनी कविताएं पढ़ी।
कार्यक्रम में विनीता ने अपनी कविता ‘कठपुतली’, ‘शेष-विशेष’, ‘बांसुरी’ व ‘फगत बोउँ आखर’ सुनाकर श्रोताओं की वाहवाही बटोरी।
इस सत्र की अध्यक्षता कर रहे प्रख्यात कवि, नाटककार, आलोचक एंव राष्ट्रीय नाट्य विद्यालय के पूर्व अध्यक्ष डॉ.अर्जुनदेव चारण ने कहा की युवाओं को कविता लिखने के साथ ही कविता के माध्यम से संप्रेषित होने की निश्चितता के प्रति भी सजग होना होगा। कवि के तौर पर हम तब ही सफल कहे जा सकते हैं जब हम अपने पाठक या श्रोता तक संप्रेषित हो पाएं।
इस सत्र में पंजाबी के प्रख्यात कवि सुरजीत पातर, वरिष्ठ पत्रकार साहित्यकार एंव केंद्रीय साहित्य अकादमी नई दिल्ली में राजस्थानी भाषा परामर्शक मंडल के संयोजक मधु आचार्य आशावादी, अकादमी द्वारा पुरस्कृत कवि संजय पुरोहित, सहित्यकार-आलोचक बृजरतन जोशी आदि उपस्थित रहे