आपणी हथाई न्यूज, विश्व उपभोक्ता अधिकार दिवस के अवसर पर उपभोक्ता जन जागृति संरक्षण मंच और आचार्य धरणीधर ट्रस्ट के संयुक्त तत्वावधान में बुधवार को धरणीधर ऑडिटोरियम में उपभोक्ता अधिकार जागरूकता संबंधी संगोष्ठी आयोजित हुई। इस दौरान मंच के संस्थापक अध्यक्ष डॉ. मेघराज आचार्य को श्रद्धांजलि भी अर्पित की गई।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि मुख्यमंत्री के विशेषाधिकारी श्री लोकेश शर्मा थे। उन्होंने कहा कि प्रत्येक उपभोक्ता अपने अधिकारों के प्रति जागरूक रहें और किसी भी स्थिति में अधिकारों का हनन होने पर सक्षम स्तर पर उसकी शिकायत करें। उन्होंने कहा कि खाद्य पदार्थों की शुद्धता और मानकीकरण जरूरी है। राज्य सरकार भी इसके प्रति पूर्णतया गंभीर है। सरकार शुद्ध के लिए युद्ध अभियान को फ्लैगशिप सूची में शामिल किया गया है। इसका उद्देश्य यही है कि प्रत्येक उपभोक्ता को शुद्ध और गुणवत्ता युक्त खाद्य सामग्री मिले तथा मिलावट करने वालों के विरुद्ध सख्त कार्यवाही हो सके। उन्होंने डॉ. मेघराज आचार्य को उपभोक्ता आंदोलन का सच्चा पैरोकार बताया और कहा कि युवा पीढ़ी इनके आदर्शों का अनुसरण करें।
अतिरिक्त जिला कलेक्टर (नगर) तथा जिला रसद अधिकारी पंकज शर्मा ने उपभोक्ता अधिकार से जुड़े विभिन्न कानूनों के बारे में बताया और कहा कि प्रत्येक व्यक्ति को इनकी जानकारी होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि मंच द्वारा पूर्व में आयोजित विभिन्न कार्यक्रमों में उन्हें उनकी भागीदारी रही है। उन्होंने डॉ मेघराज आचार्य द्वारा उपभोक्ता जागरूकता की दिशा में किए गए कार्यों के बारे में भी बताया।
पहले समाजसेवी डॉ. नरेश गोयल ने स्वागत उद्बोधन दिया तथा मंच की गतिविधियों के बारे में बताया।
इस अवसर पर आनंद जोशी, राजेंद्र आचार्य, नरसिंह दास व्यास, योगेश पालीवाल और किशन जोशी आदि ने डॉ. मेघराज आचार्य के व्यक्तित्व और कृतित्व पर प्रकाश डाला। उन्होंने उपभोक्ता संरक्षण के साथ-साथ लोक कलाओं के संरक्षण की दिशा में किए गए कार्यों के बारे में भी बताया।
कार्यक्रम में प्रवर्तन निरीक्षक संदीप झांकल, रमेश आचार्य, राम जी व्यास आदि बतौर अतिथि मौजूद रहे। कार्यक्रम का संचालन संजय पुरोहित ने किया।
इस अवसर पर डॉ. मेघराज आचार्य की स्मृति में दो मिनट का मौन रखा गया तथा सभी अतिथियों ने उनके चित्र के समक्ष पुष्पांजलि अर्पित की। मंच के कैलाश आचार्य ने आगंतुकों का आभार जताया।कार्यक्रम में दीन दयाल आचार्य, महबूब, उदय शंकर आचार्य, शिव नारायण आचार्य, दुर्गा शंकर आचार्य, कैलाश आचार्य, प्रभात आचार्य, प्रकाश आचार्य, विजय कुमार स्वामी, पूनम चंद व्यास, शैलेंद्र आचार्य, नवनीत हर्ष, नितिन हर्ष, रोहित आचार्य, नंद कुमार आचार्य आदि मौजूद रहे।