आपणी हथाई न्यूज,बीकानेर में आयोजित चार दिवसीय अमर कला महोत्सव में गीत- संगीत, नाटक, पेंटिग और फोटोग्राफी जैसी अन्य विधाओं को देखने तथा भागीदारी निभाने के लिए कला रसिक उमड़ रहे हैं। महोत्सव में दूसरे दिन शनिवार को दोपहर के पहले सत्र में एक ओर जहां लुधियाना से आए अंतर राष्ट्रीय बांसुरीवादक पंडित मोहित नामधारी ने रस बरसाया वहीं द्वितीय सत्र की अमर संगीत माला में बीकानेर के पंडित सांवरलाल रंगा ने भजन गायकी से समा बांध दिया। इस दौरान बीएसएफ के जवानों ने मांगणियार गायकी के सुरों की दमदार गायकी प्रस्तुत कर सभागार में उपस्थित दर्शकों से खासी दाद और तालियां बटोरी। सांध्य कालीन सत्र में रंग चर्चा के तहत भारतीय रंगमंच का यौवन राग विषय पर राजदीप वर्मा (जयपुर) का पत्र वाचन हुआ। जिसकी अध्यक्षता प्रदीप भटनागर ने की समाहार हरीश बी शर्मा ने किया। इसके बाद थिएटर सेल ज. ना. व्यास वि वि जोधपुर की नाट्य प्रस्तुति वेलकम, स्वागत है…. ने रंगकर्मी दर्शकों को खासा प्रभावित किया। इससे पूर्व सुबह के सत्र में पेंटिग कार्यशाला में जयपुर से आए चित्रकार दुर्गेश अटल ने चारकोल माध्यम से व्यक्ति चित्रण की बारीकियां सिखाई। वहीं, राकेश शर्मा ‘राजदीप’ और महेश तिवारी के दिशा निर्देशन में मोबाईल कैमरा से पोर्ट्रेट और आर्किटेकचरल फोटोग्राफी के गुर सीखकर ऑन द स्पॉट फोटो कंपीटिशन में पुरस्कार भी पाए। बता दें, रविवार को फोटोग्राफी और पेंटिग कार्यशाला के सभी प्रतिभागी शहर और आसपास क्षेत्र में मेंटर्स संग आउटिंग करेंगे। साथ ही, अमर कला महोत्सव में तीसरे दिन दो नाटक गालिब एट क्वारेंटिन (जम्मू) और नर वैदेही (जयपुर) के अलावा बूंदूं खां लंगा एंड पार्टी (जोधपुर) सहित रंग चर्चा नाट्यलोचना आमजन का आकर्षण रहेंगे।