राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री सचिन पायलट ने शनिवार की शाम को यह संदेश मीडिया तक पहुंचाया कि वह रविवार को सुबह 11 बजे प्रेस कॉन्फ्रेंस करेंगे तब से ही राजस्थान की राजनीति को लेकर कई तरीके के कयास लगाए गए। आज सचिन पायलट ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर राजस्थान सरकार विशेषकर अशोक गहलोत पर हमला बोला।
पायलट ने कहा कि 2013 से 2018 तक मैं कांग्रेस पार्टी का प्रदेश अध्यक्ष रहा इस दौरान हमने वसुंधरा सरकार पर करोड़ों रुपए के घोटालों के आरोप लगाए ऐसे आरोप अशोक गहलोत ने भी कई बार वसुंधरा राजे पर लगाए लेकिन सरकार बनने के बाद भाजपा सरकार के दौरान हुए घोटालों को लेकर किसी तरीके की कोई जात नहीं की गई है। पायलट बोले कि कांग्रेस सरकार द्वारा जांच नहीं करने से जनता में गलत मैसेज जाता है।
पायलट ने प्रेस को संबोधित करते हुए कहा कि वसुंधरा सरकार के दौरान हुए घोटालों की जांच को लेकर उन्होंने कहा मुख्यमंत्री गहलोत को बीते साल मार्च और नवंबर माह में पत्र लिखे लेकिन उनका अब तक कोई जवाब नहीं आया है। पायलट ने कहा सरकार को वापस रिपीट करने के लिए ऐसे सभी घोटालों की जांच होनी चाहिए।
सचिन पायलट ने अपनी बात को सरकार तक पहुंचाने के लिए प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कहा कि 11 मार्च को ज्योतिबा फुले की जयंती के अवसर पर जयपुर के शहीद स्मारक पर 1 दिन के अनशन पर बैठेंगे ताकि वह अपनी बात सरकार तक पहुंचा सके। प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान सचिन पायलट से जब यह पूछा गया कि उनके साथ मशाल जुलूस के दौरान धक्का-मुक्की की गई तब इस सवाल पर पायलट बोले “जाको राखे साइयां मार सके ना कोई”
पायलट द्वारा एक दिन के अनशन की घोषणा करने के साथ ही राजस्थान में एक बार फिर से पायलट बनाम गहलोत को लेकर सियासी गहमागहमी बढ़ गई है।