आपणी हथाई न्यूज़, पुष्करणा सावा ऑलम्पिक 1973 में शादी करने वाले दम्पति के गोल्डन जुबली एनिवर्सरी वर्ष पर बीकानेर की सस्कृतिक विरासत पर काम करने वाली प्रसिद्ध संस्था ‘रमक झमक’ की ओर से सोमवार को एक अनूठा व ऐतिहासिक समारोह किया जा रहा है। कार्यक्रम में 65 से अधिक जोड़ों का ‘गोल्डन जुबली सम्मान’ किया जाएगा। इस सम्मान में रमक झमक की ओर से दुपट्टा,श्रीफल व अभिनन्दन पत्र भेंट किया जाएगा। रमक झमक के अध्यक्ष प्रहलाद ओझा ‘भैरु’ ने बताया कि उनको दो वर माला दी जाएगी जो वे स्वयं एक दूसरे को पहनाएंगे,उस समय पुष्पवृष्टि की जाएगी। ओझा ने बताया गोकुल सर्किल स्थित सुरदासाणी बगेची के हॉल में होने वाले समारोह में सम्मान से पूर्व 5 पण्डित उन सभी दम्पति के लिये चहुमुखी दीपक प्रज्ज्वलित करेंगे तथा रुद्राभिसेक करेंगे।सभी जोड़े शिव पर बिल्व पत्र अर्पण करेंगे तथा इस अभिषेक के साथ स्वस्ति वाचन व मंगलाचरण करके उनके आरोग्य की कामना की जाएगी।
कार्यक्रम में समान्नित दम्पतियों पर 2 कवि गीत प्रतुत करेंगे। 50 वर्षो में विवाह और सावा में आए बदलाव पर एक दम्पति विचार व जीवन के अनुभव साझा करेगा।राधे ओझा ने बताया कि कार्यक्रम समाप्ति से पूर्व सबका ग्रुप फ़ोटो करवाया जाएगा जो ऐतिहासिक व यादगार बनेगा। समान्नित होने वाले दम्पतियों के बच्चो की खुशी के लिये कार्यक्रम स्थल के नजदीक सेल्फी पॉइंट बनाया जाएगा जहाँ कार्यक्रम समाप्ति पर बच्चे अपने समानित अभिभावक के साथ फोटो ले सकेंगे।
उम्र का ध्यान रखते हुवे मंच जमीन के समतल ही रहेगा ताकि किसी को कोई दिक्कत न हो।समारोह के मुख्य अतिथि राज्य मानवाधिकार आयोग के अध्यक्ष जस्टिस गोपाल कृष्ण व्यास होंगे।