आपणी हथाई न्यूज़,पूरे ब्रह्मांड के प्रथम संवाददाता भगवान श्री नारद की जयंती के अवसर पर विश्व संवाद केंद्र जैसलमेर द्वारा जैसलमेर के पत्रकार दिवस और पत्रकारों का सम्मान समारोह का आयोजन किया गया। आदर्श विद्या मंदिर के सभागार कक्ष मे आयोजित इस कार्यक्रम की शुरुआत मुख्य अतिथियों द्वारा भगवान नारद के चित्र के आगे दीपप्रज्वलन के साथ की गई। कार्यक्रम के प्रारंभ मे जिला प्रचार प्रमुख गिरिराज व्यास से अतिथियों और आगंतुकों का परिचय कराया।जिला कार्यवाह जेठदान चारण ने नारद जयंती के उपलक्ष्य पर आयोजत किए जा रहे इस कार्यक्रम की प्रस्तावना के बारे मे जानकारी देते हुए बताया की भगवान नारद जी को प्रथम प्रासंगिक पत्रकार उद्घोषित किया।
मुख्य अतिथि तनसिंह काठा ने भगवान नारद के जीवन परिचय से की। उन्होंने कहा की भगवान ब्रह्मा के मानस पुत्र नारद जी की गति हमारे मन के समान है,वे श्राप के कारण एक स्थान पर अधिक समय नहीं ठहरते, उसी प्रकार पत्रकार भी घूम घूम कर खबरों का संकलन करते है और आम जन के सामने वस्तु स्तिथि प्रस्तुत करते है।पौराणिक इतिहास मे नारद जी युद्ध के समय देवताओं और दानवों के मध्य संवाद स्थापित करते थे, जिस प्रकार से वर्तमान मे भी कई पत्रकार युद्ध काल में इस तरह के संवाद कायम करते है।
विशिष्ठ अतिथि मेघना कुमारी सिंह ने प्रबुद्धजनों को संबोधित करते हुए कहा की जिस प्रकार से तीनों लोक हमारे शरीर मे व्याप्त है उसी प्रकार से नारद जी भी हमारे मे समाहित है। जिस प्रकार से नारद जी अपनी वीणा की धुन के माध्यम से आमजन को भगवदीय कर्म के प्रति जागरूक करते थे,उसी प्रकार से पत्रकारों को भी अपनी कलम रूपी वीणा से आमजन को जागरूक करना चाहिए।
कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए जैसलमेर के प्रसिद्ध साहित्यकार ओम भाटिया ने कहा की जबसे बाजारवाद मीडिया घरानों पर हावी हुए है, तब से खबरे छुपाने का क्रम चलन मे आया है, जिससे केरल स्टोरी जैसी फिल्मे बनाने की आवश्यकता पड़ी। वर्तमान समय मे पत्रकारिता पर सोशल मीडिया के माध्यम से एक संकट गहरा रहा जो है। सोशल मीडिया जिस प्रकार से खबरों को गलत ढंग से प्रस्तुत करता है। जिससे निजात दिलाना प्रिन्ट और इलेक्ट्रॉनिक मीडिया दोनों की जिम्मेदारी है।
कार्यक्रम के मुख्य वक्ता प्रचार विभाग जोधपुर प्रांत के प्रमुख पंकज कुमार ने पत्रकारों को संबोधित करते हुए कहा की पत्रकारों को भगवान नारद द्वारा प्रदान किए 84 भक्ति सूत्रों के पालन करनी चाहिए,पत्रकारों को किसी व्यक्ति और संगठन के प्रति आसक्त नहीं होना चाहिए। जिस प्रकार नारदजी तीनों लोको मे निर्भय होकर विचरण करते हुए अपनी बात रखते थे, उसी प्रकार पत्रकारों को भी निर्भय होकर अपनी बात रखनी चाहिए। नारद जी इस विश्व ही नहीं अपितु पूरे ब्रह्मांड के प्रथम संवाददाता है, जिस प्रकार नारद जी पूरे ब्रह्मांड की वास्तविक वस्तुस्थिति से भगवान को अवगत करवाते थे, उसी प्रकार पत्रकारों को अपने माध्यम से वर्तमान की वास्तविक वस्तुस्थित से आमजन को अवगत करना चाहिए।
पंकज कुमार ने नारद जी पर चर्चा करते हुए कहा की आमजन मे नारद जी की एक नकारात्मक छवि बनी हुई है। जिसे सकारात्मक स्वरूप मे बदलना भी पत्रकारों की जिम्मेदारी है, क्योंकि आमजन मे आज भी प्रिन्ट और इलेक्ट्रॉनिक मीडिया पर विश्वास कायम है। उन्होंने कहा की वर्तमान समय मे मीडिया घरानों मे पूंजीवाद हावी हो रहा है, जिससे उनकी तो आर्थिक स्तिथि मजबूत हुई है। किन्तु पत्रकारों को आज भी अपनी आजीविका व्यापन के लिए संघर्ष करना पड़ रहा है। जिसे सुधारने के प्रयासों की महती आवश्यकता है। उन्होंने कहा की वर्तमान समय मे सनसनीखेज और ब्रेकिंग न्यूज के नाम पर समाज मे जो नकारात्मकता का माहौल बन रहा है, उससे भी निजात दिलाना पत्रकारों की जिम्मेदारी है।
कार्यक्रम मे जैसलमेर के प्रिन्ट और इलेक्ट्रॉनिक मीडिया के पत्रकार बंधुओ को ओपरना ओढा कर सम्मानित किया गया। कार्यक्रम मे जैसलमेर के प्रबुद्धजन और साहित्यकारों ने अपनी सहभागिता की। कार्यक्रम के अंत में जैसलमेर नगर प्रचार प्रमुख मृत्युंजय व्यास ने सभी आगंतुकों का आभार व्यक्त किया साथ ही उन्होंने पत्रकार बंधुओ से भगवान नारद की आमजन मे बनी नकारात्मक छवि को दूर करने मे सहयोग की अपील की।