आपणी हथाई न्यूज़, राजस्थान की राजधानी जयपुर में आज प्रदेश के पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट ने 5 दिन चलने वाली जन संघर्ष यात्रा का समापन किया इस मौके पर सचिन पायलट के साथ हजारों की तादात में आमजन जुड़े साथ ही यात्रा के समापन अवसर पर मंच पर मंत्री, विधायक, संगठन से जुड़े पदाधिकारी और वरिष्ठ कांग्रेसी नेता मौजूद रहे।
जन संघर्ष यात्रा के समापन अवसर पर आज मंच पर सचिन पायलट ने खुलकर जनता के बीच अपनी बात रखी। सचिन पायलट ने मंच से तीन मांगों को रखते हुए पूर्ववर्ती सरकार में हुए भ्रष्टाचार पर जांच, आरपीएससी के संगठन में बदलाव और बेरोजगार अभ्यार्थियों को आर्थिक मुआवजे की आवाज उठाई साथ ही उन्होंने यह भी चेतावनी दी कि अगर उनकी मांगे 15 दिन के भीतर नहीं मानी गई तो प्रदेश भर में आंदोलन किया जाएगा।
सचिन पायलट जब प्रदेश व्यापी आंदोलन की बात कर रहे थे तब मंच से रामधारी सिंह दिनकर की प्रसिद्ध पंक्तियां,याचना नहीं, अब रण होगा,जीवन-जय या कि मरण होगा,उनके समर्थक द्वारा बोली गई। सचिन पायलट ने समापन अवसर पर मंच से मुख्यमंत्री गहलोत पर हमला बोलते हुए कहा कि उन्होंने हमें खूब गालियां दी और खुद ने मलाई खाई साथ ही उन्होंने सभा में उपस्थित युवाओं से अपील की थी वह महात्मा गांधी के सिद्धांतों पर चलते हुए सभा को सफल बनाएं।
जन संघर्ष यात्रा के समापन अवसर पर मंत्री हेमाराम चौधरी और मंत्री राजेंद्र गुढ़ा ने भी जममकर मुख्यमंत्री गहलोत पर हमला बोला। मंत्री गुढ़ा ने मुख्यमंत्री के साथ-साथ कांग्रेस के वरिष्ठ नेता शांति धारीवाल पर भी खूब हमला बोला। विधायक मुकेश भाकर, वेद सोलंकी सहित सभी भक्तों ने सचिन पायलट के समर्थन में हुंकार भरी वहीं वरिष्ठ कांग्रेसी नेता नारायण सिंह ने सभा में पधारे लोगों को धन्यवाद ज्ञापित किया।
कुल मिलाकर आज राजधानी जयपुर में सचिन पायलट ने भ्रष्टाचार और युवाओं के मुद्दे को लेकर अपनी ताकत आलाकमान तक पहुंचा दी है इस पूरी सभा के दौरान यह स्पष्ट नजर आ रहा था कि सचिन पायलट अब रुकने वाले नहीं हैं और यह बात उन्होंने अपने संबोधन के दौरान भी कहीं, साथ ही उन्होंने पार्टी के भीतर अनुशासन को लेकर मुख्यमंत्री गहलोत पर हमला बोलते हुए कहा कि सबसे बड़ा अनुशासनहीनता का काम सोनिया गांधी की बेइज्जती करके किया गया। सचिन पायलट जनसभा में मौजूद हजारों की तादाद में लोगों के पांव के छालों की कसम खाकर कहा कि वह हमेशा आपके लिए खड़े हैं।
राजस्थान में आज आयोजित हुई सचिन पायलट की जन संघर्ष यात्रा का समापन समारोह राजस्थान की राजनीति में एक नया मोड़ लेकर आ सकता है अब राजस्थान में एक बार फिर राजनीति का पारा ऊपर चढ़ सकता है।