आपणी हथाई न्यूज,सनातन धर्म की ध्वजा लहराती रहे, लोगों में सुसंस्कार प्रवाहित हों, जीवदया, गौसेवा एवं पर्यावरण का संरक्षण हो ऐसे उद्देश्य के साथ यदि कोई आयोजन होता है तो समझ लीजिए वह आयोजन तो निश्चित रूप से सफल होता है और प्रभुकृपा सदैव बनी रहती है। उक्त प्रवचन रेवासा धाम अग्रपीठाधीश्वर स्वामी परम पूज्य राघवाचार्यजी वेदांती ने गंगाशहर स्थित रामझरोखा कैलाशधाम की सियाराम गौशाला में भूमिपूजन व ध्वजारोहण कार्यक्रम में व्यक्त किए। महाराज राघवाचार्यजी ने
जेहि पर कृपा करहिं जनुजानी। कवि उर अजिर नचावहिं बानी।।
मोरि सुधारहिं सो सब भांती। जासु कृपा नहिं कृपा अघाती।।
चौपाई का पाठ करते हुए कहा कि रामचरित मानस का पाठ करने से जन्म जन्मांतरों के पाप से मुक्ति, भय, रोग आदि सभी दूर हो जाते हैं। रामचरितमानस की चौपाइयां इतनी प्रभावशाली हैं कि इसके पाठ मात्र से ईश्वर की कृपा हो जाती है। रामचरित मानस एकमात्र ऐसा माध्यम है जिसमें सभी प्रश्नों के जवाब, सब समस्याओं के हल मौजूद हैं।
प्रवचनमाला की शृंखला में खेड़ापति धाम सामोद के अखिल भारतीय महामंडलेश्वर महंत श्री प्रेमदासजी महाराज ने कहा कि प्रत्येक मनुष्य के जीवन में किसी न किसी मोड़ पर अचानक ऐसी विपत्ति आ जाती हैं, जिससे पार पाने में वह खुद को असमर्थ पाता है। ऐसी स्थिति में जब कोई रास्ता नहीं दिखाई देता है, तो ईश्वर ही एक अंतिम सहारा होता है। इसलिए पहले से ही प्रभु का सुमिरन और विश्व कल्याण की भाव रख कर मनुष्य को जीवन जीना चाहिए। धर्मसभा को शिवबाड़ी मठाधीश श्री विमर्शानन्दगिरि महाराज, श्रीसत्यनाथजी महाराज, मुरलीमनोहर धोरा से श्री श्यामसुन्दरजी महाराज ने भी सम्बोधित किया। इस दौरान महंत सूरजनाथजी, योगी विलासनाथजी महाराज, महंत रामनाथजी महाराज, महंत दीपकपूरीजी महाराज आदि अनेक संतों का सान्निध्य रहा।
आयोजक महामंडलेश्वर श्री सरजूदासजी महाराज ने कहा कि संत समाज ने अपना सर्वस्व अर्पण कर धर्म की रक्षा की है। जिस भूमि पर धार्मिक आयोजन और संतों का आगमन होता है उस क्षेत्र में ईश्वर वास करते हैं।
सरजूदासजी महाराज ने बताया कि परम पूज्य गुरु महाराज श्रीरामदासजी महाराज के सान्निध्य में 19 नवम्बर से 27 नवम्बर तक 108 कुंडीय महायज्ञ, श्रीमद् रामचरित मानस महायज्ञ एवं विराट संत सम्मेलन किया जाएगा। बीकानेर की पावन धरा पर तुलसी पीठाधीश्वर, पद्मविभूषित जगद्गुरु श्री रामभद्राचार्यजी महाराज का आगमन होगा।
पं. जुगलकिशोर ओझा ‘पुजारी बाबा’ के आचार्यत्व एवं पं. घनश्याम आचार्य द्वारा भूमिपूजन व ध्वजारोहण किया गया। भूमिपूजन कार्यक्रम में डॉ. रामदेव अग्रवाल मुख्य यजमान रहे एवं राधेमोहन अग्रवाल, श्रीभगवान अग्रवाल, शिवरतन अग्रवाल, बृजमोहन अग्रवाल, प्रहलाद अग्रवाल, अरुण अग्रवाल रंगवाले, विष्णु अग्रवाल आदि यजमान का सान्निध्य रहा। कार्यक्रम में संभागीय आयुक्त डॉ. नीरज के.पवन, पूर्व मंत्री देवीसिंह भाटी, पूर्व यूआईटी चैयरमेन महावीर रांका, त्रिलोकी कल्ला, भाजपा जिलाध्यक्ष विजय आचार्य, उपमहापौर राजेंन्द्र पँवार, जेठानंद व्यास, महेश व्यास, सुमेरमल दफ्तरी, बजरंग सारड़ा एवं आदूराम भाटी आदि का आतिथ्य रहा।
मंचासीन अतिथि समाजसेवी एवं आयोजन के मुख्य संयोजक अशोक मोदी ने संत-महात्माओं का अभिनन्दन किया तथा आगामी 27 नवम्बर से शुरू होने वाले आयोजन के लिए सबको एकजुटता के साथ सफल बनाने की बात कही। आभार पूर्व जिलाध्यक्ष अखिलेशप्रताप सिंह ने व्यक्त किया।
कार्यक्रम में अशोक तंवर, महावीर एडवोकेट, पार्षद राजेश कच्छावा, चाँदमल भाटी, पवन तावनिया, दीपक, मूलचंद राजपुरोहित, अमर अग्रवाल, रेवंत सिंह राजपुरोहित, चंदू भाटी, मन्नु कच्छावा एवं नरेश पुरोहित ने स्वागत किया। उद्घोषक रोहित बोड़ा व राजा सांखी ने कार्यक्रम का संचालन किया।