आपणी हथाई न्यूज,बेसिक पी.जी. महाविद्यालय में यातायात के नियमों का पालन करने के लिए विद्यार्थियों में जागरूकता बढ़ाने के उद्देश्य से एक कार्यक्रम का आयोजन रखा गया। इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में ऑडी मोटर्स ड्राईविंग स्कूल के मैनेजर श्री दिनेश गैरा एवं श्री गजेन्द्र सिंह मौजूद रहे तथा कार्यक्रम की अध्यक्षता महाविद्यालय प्राचार्य डॉ. सुरेश पुरोहित ने की।
महाविद्यालय प्राचार्य डॉ. सुरेश पुरोहित ने बताया कि आज के इस सेमिनार का मुख्य उद्देश्य देश में निरन्तर बढ़ रहे सड़क हादसों को देखते हुए यातायात के नियमों की पालना के प्रति विद्यार्थियों में जागरूकता बढ़ाना है ताकि विद्यार्थी भी इसके सम्बन्ध में अपनी जिम्मेदारी को समझें।
कार्यक्रम के दौरान ऑडी मोटर्स ड्राईविंग स्कूल के मैनेजर के श्री दिनेश गैरा ने विद्यार्थियों को यातायात के नियमों के पालना से संबंधित विभिन्न वीडियों एवं पिक्चर्स के माध्यम से अपनी बात को रखते हुए बताया कि सरकार सड़क दुर्घटनाओं को लेकर बहुत गंभीर है। ऐसे सेमिनारों के माध्यम से हम सड़क दुर्घटनाओं में कमी लाने हेतु विद्यार्थियों को जागरूक करते हैं। हमें महाविद्यालय स्तर से ही विद्यार्थियों और युवाओं को सड़क के नियमों से अवगत कराना होगा।
वहीं यातायात नियमों को लेकर जो लापरवाही बरत रहें उनके खिलाफ सख्ती करने की आवश्कता भी है। श्री दिनेश गैरा ने बताया कि यदि दुर्भाग्यवश दुर्घटनाएं हो जाती हैं तो उसके बाद पीड़ित पक्ष को राहत पहुंचाने का काम शीघ्र अतिशीघ्र करना चाहिए। अधिकांश सड़क हादसे लापरवाही से वाहन चलाने पर होते हैं, इसलिए वाहन सवार नियमों की अनदेखी करने से न चूकें।
इस अवसर पर महाविद्यालय के वरिष्ठ व्याख्याता के श्री वासुदेव पंवार ने बताया कि हेलमेट, सीट बेल्ट सहित अन्य यातायात नियमों का पालन करते हुए लोगों को वाहन चलाने चाहिए। इससे सड़क दुर्घटनाओं पर लगाम लगाई जा सकती है। श्री पंवार ने विद्यार्थियों को बताया कि आज के इस सड़क सुरक्षा सेमिनार में सभी विद्यार्थियों को यातायात नियमों का पालन करने हेतु कृत संकल्प होना चाहिए।
कार्यक्रम के अन्त में महाविद्यालय प्राचार्य डॉ. सुरेश पुरोहित एवं वरिष्ठ व्याख्याता श्री वासुदेव पंवार द्वारा आगन्तुकों का आभार प्रकट करते हुए प्रतीक चिह्न भेंट किया गया।
कार्यक्रम को सफल बनाने में महाविद्यालय स्टाफ सदस्य डॉ. मुकेश ओझा, डॉ. रमेश पुरोहित, श्री सौरभ महात्मा, डॉ. रोशनी शर्मा, डॉ. नमामीशंकर आचार्य, श्री हितेश पुरोहित, श्री अजय स्वामी, श्री विकास उपाध्याय, श्री गुमानाराम जाखड़, श्रीमती अर्चना व्यास, श्रीमती जयन्ती पुरोहित, श्रीमती शालिनी आचार्य, श्रीमती प्रियंका आचार्य, सुश्री अंतिमा, श्री शिवशंकर उपाध्याय, श्री राजीव पुरोहित आदि का उल्लेखनीय योगदान रहा।