आपणी हथाई न्यूज़,
वर्तमान परिस्थितियों में राज्य में कंजंक्टिवाइटिस (आई पलू / गुलाबी आँख) के मामले / रोगी तेजी से बढ़ रहे हैं। इस संबंध में शिक्षा विभाग द्वारा सावधानी के साथ ही समस्त राजकीय एवं गैर राजकीय विद्यालयों में अध्ययनरत विद्यार्थियों के साथ-साथ उनके अभिभावकों को जागरूक करने के संबंध में दिशानिर्देश जारी किए हैं।
कंजंक्टिवाइटिस (आई फ्लू / गुलाबी आँख) के लक्षण
1. आँखों में लगातार पानी का आना।
2. आँखों से धुंधला दिखायी देना।
3. आँखों का लाल होना एवं सूज जाना।
4. पलकों में सूजन आना एवं पलकों का आपस में चिपक जाना। GURU SMILE
5. आँखों में खुजली एवं गीज आना।
6. पलकों का पपडीदार होना।
7. आँखों का प्रकाश के प्रति संवेदनशील हो जाना (तेज रोशनी का खराब लगना) ।
विद्यालय स्तर पर बचाव के लिए सतर्कता एवं जागरूकता बाबत ध्यान रखने हेतु बिन्दु :-
1. बच्चों द्वारा स्कूल बैग में रूमाल एवं सेनेटाईजर लेकर आने व थोड़े-थोड़े समय उपरांत सेनेटाईजर उपयोग करने का परामर्श दिया जाना चाहिए।
2. यह रोग संक्रमित / अस्वच्छ हाथों से आँखों को स्पर्श करने पर होता है। इसलिए संक्रमित विद्यार्थी से हाथ मिलाने सहित ऐसी कोई गतिविधि न करे जिसमें स्पर्श करना होता है। यदि स्पर्श हो जायें तो स्पर्श करने के पश्चात् अपने हाथों को साबुन से धोना या सेनेटाईज करना चाहिए।
3. कंजंक्टिवाइटिस (आई फ्लू / गुलाबी आँख) से संक्रमित विद्यार्थी को चिकित्सकीय परामर्श पर आवश्यकतानुसार अवकाश प्रदान किया जा सकता है ताकि संक्रमित विद्यार्थी से अन्य विद्य र्थियों को संक्रमण ना फैले।
4. कंजंक्टिवाइटिस (आई फ्लू / गुलाबी आँख) से संक्रमित विद्यार्थी / अध्यापक / अन्य व्यक्ति को निर्देशित करे कि वह काले रंग का चश्मा हा आठ परिसर में प्रवेश करे और सतर्क रहे कि किसी भी वस्तु को स्पर्श न करे।