आपणी हथाई न्यूज, शहर में विकास के काम का दम भरने वालों को कमोबेश इतना जरूर ध्यान रखना चाहिये की जो काम अब तक हो गए है उनकी सार संभाल समय समय पर हो जाये तो आपके किये काम में चार चांद लग सकते है लेकिन अगर ऐसा नही हो रहा तो चार दिन की चांदनी फिर अंधेरी रात वाली कहावत चरितार्थ होती नजर आने लग जायेगी। बीकानेर पश्चिम विधानसभा में बीते 2 महीने पहले हुए सौंदर्यीकरण के कार्यो को लेकर जो काम हुआ अब उसकी सुध लेने वाला कोई अधिकारी,नेता नजर नही आ रहा है।
बीकानेर के जस्सूसर गेट के बाहर और बी के स्कूल,गोकुल सर्किल और पार्कों के हुए सौंदर्यीकरण के काम सिर्फ चार दिन की चांदनी बनकर रह गए है। हालात ये है कि जब आस पास के लोगों से इसके बारे में जानकारी ली तो लोगों ने कहा कि ये शुरुआत में 1 हफ्ते फव्वारा और लाइट ज़रूर चली थी मगर अब तो ये सही हालात में या खराब ये भी पता लगना मुश्किल है।
कुछ ऐसा ही हाल जस्सूसर गेट के बाहर डिवाइडर पर लगे गमलों और लाइट का है जो लगभग बंद सी पड़ी है। वही इन गमलों में पानी देने वाला तक कोई नही है। दुकानदारों से जब इस बारे में पूछा गया तो लोगों ने कहा इतने रुपये सरकार के लगने के बाद भी इसकी देखभाल नही होना सारे काम पर पानी फेर रहा है। जस्सूसर गेट के बाहर लगे कुछ पौधे और गमले तो टूट भी गए है। हालांकि इन टूटे गए गमलों के पीछे किसका हाथ है ये भी बात गौर करने वाली है। बरहाल इस साल चुनाव होने है इस बीच अगर कोई काम अच्छा हुआ है तो उसकी सार संभाल की जिम्मेदारी बनती है। वरना चार दिन की चांदनी फिर अंधेरी रात वाली कहावत को यथार्थ होने में देर नही लगनी।