आपणी हथाई न्यूज़,प्रदेश में इस साल के अंत में होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले राजस्थान में भाजपा और कांग्रेस दोनों ही दल टिकट वितरण को लेकर अपने-अपने फार्मूले के तहत काम कर रहे हैं। दोनों ही दल आने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर अपने प्रत्याशियों की पहली सूची जारी करने में लगे हैं। इस पूरी कवायद के बीच भाजपा टिकट वितरण की पहली सूची जारी कर मनोवैज्ञानिक बढ़त बढ़ाने के प्रयास में हैं। राजस्थान में भाजपा इस बार गुजरात और हाल ही में मध्य प्रदेश में अपनाए फार्मूले पर काम कर सकती है।
सूत्रों की माने तो श्राद्ध पक्ष में बीकानेर जिले की श्री डूंगरगढ विधानसभा सीट सहित भाजपा लगभग दो दर्जन से अधिक प्रत्याशियों की पहली सूची जारी कर सकती है। माना जा रहा है की पहली सूची में उन उन सीटों पर प्रत्याशी उतारे जाएंगे जिन सीटों पर भाजपा कमजोरी रही है साथ ही गुजरात की तर्ज पर राजस्थान में भी इस बार भाजपा स्थापित नेताओं के टिकट काट सकती है। माना जा रहा है कि भाजपा की पहली सूची में गुजरात मॉडल की छाप दिख जाए।
हाल ही में भाजपा ने मध्य प्रदेश में अपने प्रत्याशियों की सूची जारी करते हुए भाजपा के वरिष्ठ नेताओं और सांसदों को भी मैदान में उतारा है। मध्य प्रदेश में भाजपा ने दूसरी सूची में तीन केंद्रीय मंत्री सहित सात सांसदों को विधानसभा चुनाव में बतौर प्रत्याशी उतारा है। माना जा रहा है राजस्थान में भी मध्य प्रदेश के इस फार्मूले को अपनाया जा सकता है। राजस्थान में 7 से 8 सांसदों को विधानसभा चुनाव में उतर जा सकता है। सूत्रों के अनुसार सांसद बाबा बालक नाथ, सांसद राज्यवर्धन सिंह राठौड़, सांसद दिया कुमारी, केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत, केंद्रीय मंत्री अर्जुन राम मेघवाल, सांसद सुखबीर सिंह जैनपुरिया, सांसद जसवीर कौर मीणा, राज्यसभा सांसद किरोड़ी लाल मीणा ,जयदीप बियाणी, शुभकरण चौधरी,सुभाष महरिया, श्रवण चौधरी के नाम प्रमुखता से सामने आ रहे हैं।
कुल मिलाकर माना जा रहा है कि अगले 7 दिन के भीतर भीतर भाजपा राजस्थान में प्रत्याशियों की पहली सूची जारी कर सकती है। बताया जा रहा है पहली सूची में दो सांसदों को विधानसभा उम्मीदवार बनाया जा सकता है साथ ही आधा दर्जन से अधिक स्थापित नेताओं के टिकट भी काटे जा सकते हैं।