आपणी हथाई न्यूज, श्राद्ध पक्ष में जारी हुई बीजेपी की पहली सूची में जहां 7 सासंदो को पहली बार विधायकी के मैदान में उतारा गया है वही एक रिटायर्ड अफसर को उम्मीदवार बनाये जाने की खबरें भी कल खूब सुर्खियां बनी। बरहाल पहली लिस्ट जारी होने के बाद भाजपा में बगावत का सुर भी नजर आने लगे है और टिकट ना मिल पाने से नाराज नेता ने हाइकमान के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है।
दरअसल,भरतपुर की नगर विधानसभा क्षेत्र से 2 बार विधानसभा का चुनाव जीत चुकीं पूर्व विधायक अनिता सिंह गुर्जर (Anita Singh Gurjar) ने पार्टी द्वारा टिकट ने मिलने पर बीजेपी के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। अपने आधिकारिक फेसबुक पेज से उन्होंने एक पोस्ट शेयर की है, जिसमें हाईकमान के इस फैसले पर नाराजगी जताई गई है। पूर्व विधायक ने लिखा है- ‘नगर विधानसभा से मेरा भाजपा से टिकट नहीं मिलने पर पूरे विधान सभा से हजारों की संख्या में फोन आ रहे हैं कि मुझे चुनाव लड़ना चाहिए। मैं आपकी भावनाओं का सम्मान करती हूं, अभी जयपुर हूं।कल शाम को आप सभी के बीच उपस्थित रहूंगी।आपसे बात करूंगी और अपनी मन की बात आप सब के बीच रखूंगी। फिर भी आप जो कहेंगे, आपके आदेश सर आंखों पर।
वसुंधरा कैंप का मानकर किया दूर’
अनिता गुर्जर ने आगे लिखा- ‘क्या मान कर मुझे भाजपा ने अपने से दूर किया है? और ऐसा टिकट दिया है जिसकी जमानत जब्त होगी। वसुंधरा के कैंप का मान कर मुझे भाजपा ने अपने से दूर किया।जिस प्रत्याशी को भाजपा ने इस बार नगर विधानसभा से मैदान में उतारा है, वो पिछले चुनाव में कामा सीट से 50,000 से ज्यादा वोटों ये हार गया था. हमने नगर कांग्रेस के कुशासन और भ्रष्टाचार और तुष्टीकरण के खिलाफ पिछले 5 सालों से लगातार आंदोलनों और यात्राओं के जरिए जनता की आवाज बुलंद की है। अब आगामी 40 दिनों में इस लय को और अधिक धार देते हुए जनता के बीच परिवर्तन की लहर इतनी प्रचंड बनाइए कि तुष्टीकरण नाम की बीमारी जड़ से खत्म हो जाए।