आपणी हथाई न्यूज़, राजस्थान में भारतीय जनता पार्टी को स्पष्ट बहुमत मिलने के बाद जहां एक ओर पार्टी कार्यकर्ता और समर्थक बधाइयां बांट रहे हैं वहीं दूसरी और बीजेपी शीर्ष नेतृत्व राजस्थान को नेतृत्व देने वाले नेता के नाम पर मोहर लगाने का काम कर रहा है। भारतीय जनता पार्टी के लिए यह कहा जाता है कि मोदी शाह के नेतृत्व में चलने वाली यह पार्टी अपने फैसलों से सदैव चौंकती रही है राजस्थान के मामले में भी यह माना जा रहा है कि भाजपा नेतृत्व राजस्थान में मुख्यमंत्री के चेहरे को लेकर चौंकाने वाला निर्णय ले सकता है। cont…
चुनाव परिणाम आने के बाद राजस्थान में लगभग एक दर्जन ऐसे नाम है जिन्हें मुख्यमंत्री के चेहरे के रूप में देखा जा रहा है जिसमें सात सांसदों के नाम भी शामिल है। इस सूची में बाबा बालकनाथ गजेंद्रसिंह शेखावत ओम बिरला अर्जुनराम मेघवाल अश्वनी वैष्णव दिया कुमारी और राज्यवर्धन सिंह के नाम शामिल है। इन नाम के अलावा जिस तरीके से भाजपा ने उत्तराखंड में पुष्कर धामी के चुनाव हारने के बावजूद उन्हें उत्तराखंड का मुख्यमंत्री बनाया उसके बाद राजेंद्र सिंह राठौड़ और सतीश पूनिया के समर्थक यह भी मान रहे हैं कि उत्तराखंड जैसा करिश्मा राजस्थान में भी हो सकता है।cont..
इन नाम के अलावा राजस्थान में भाजपा समर्थकों का एक बड़ा धड़ा वसुंधरा राजे को भी मुख्यमंत्री पद पर देखना चाह रहा है और उन्हें उम्मीद है की भाजपा का शीर्ष नेतृत्व पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे को एक बार फिर मुख्यमंत्री बन सकता है वहीं राज्यसभा सांसद किरोड़ी लाल मीणा को लेकर भी चर्चाएं हो रही है साथ ही ओम माथुर को लेकर भी चर्चा का बाजार गर्म है। इन सब के बीच बीकानेर की जनता और विभिन्न राजनीतिक विश्लेषकों की चर्चा में सर्वाधिक नाम बीकानेर से सांसद एवं कानून मंत्री अर्जुन राम मेघवाल का नाम तेजी से सामने आ रहा है। अर्जुनराम मेघवाल बीकानेर से लगातार तीन बार सांसद रहे हैं साथ ही उन्हें प्रशासनिक पद पर काम करने का भी लंबा अनुभव रहा है इसके अलावा राजस्थान में अर्जुनराम मेघवाल न केवल बड़े दलित नेता है बल्कि उन्हें निर्विवाद नेता भी माना जाता है।आने वाले लोकसभा चुनाव में दलित वोटर को भाजपा की और एकतरफ़ा लामबंद करने में भी अर्जुनराम मेघवाल तुरुप का इक्का साबित हो सकते हैं।