आपणी हथाई न्यूज,मकर संक्रांति महोत्सव के अन्तर्गत नगर सेठ लक्ष्मीनाथ जी को पाटोत्सव के साथ भोग अर्पित हुआ और अभिमंत्रित तस्वीरो सहित प्रसाद भी वितरित किया गया।पाटोत्सव के दिव्य व विशेष अनुष्ठान में निर्वाण पीठाधीश्वर महा मंडलेश्वर स्वामी श्री विशोकानंद भारती जी महाराज का सानिध्य प्राप्त हुआ।
शहर / ज़िले के 108 मंदिरों में पाटोत्सव व भोग का दिव्य व विशेष अनुष्ठान हुआ।लाल रंग के स्वास्तिक मंगल कलश की आकृति व सुनहरी रंग की किनारी से सुसज्जित दिव्य व विशेष पट से नगर सेठ लक्ष्मीनाथजी सहित सभी मंदिर सजे।
सनातन जाग्रति व सनातन पर्वों को परंपरागत तरीको से मनाये जाने के वर्ष पर्यंत जारी महाअभियान का अनुष्ठान ।भारतीय संस्कृति एवम् सनातन सार्वभोम महासभा , श्री दिव्य शिव शक्ति पीठ ,श्री विप्र महासभा , ब्राह्मण अंतरराष्ट्रीय संगठन की ओर से पंडित योगेन्द्र कुमार दाधीच की अगुवाई में हो रहे मकर संक्रांति महोत्सव के अन्तर्गत आहूत पाटोत्सव व भोग के दिव्य व विशेष अनुष्ठान के अन्तर्गत 15 जनवरी को भोग आरती के समय नगर सेठ लक्ष्मीनाथ जी को तिल की मिठाई का भोग अर्पित किया जा करके भोग का प्रसाद सभी भक्तों को सवा लाख मन्त्रों से अभिमंत्रित गीता माता विष्णु के दस अवतार की तस्वीरो के साथ वितरित किया गया
पाटोत्सव के अंतर्गत मंदिरों के पट बदले जा कर नगर सेठ लक्ष्मीनाथ जी मंदिर बीकानेर सहित सभी मंदिरों के नये पट लगाये गये तिल की मिठाई व दक्षिणा सहित पट अर्पित किए गए ।
सनातन जागृति व सनातन पर्वों को परंपरागत रूप से मनाये जाने के महाअभियान व पूजन अनुष्ठान में समर्पित व 11 वा चातुर्मास पूजन अनुष्ठान व 41 वा सावन मास पूजन अनुष्ठान के साधक पंडित योगेंद्र कुमार दाधीच (अधिष्ठाता श्री दिव्य शिव शक्ति पीठ , अधिष्ठाता व एराष्ट्रीय अध्यक्ष भारतीय संस्कृति एवम् सनातन सार्वभोम महासभा , राष्ट्रीय संयोजक श्री विप्र महासभा , राष्ट्रीय महामंत्री ब्राह्मण अंतरराष्ट्रीय संगठन ) की अगुवाई में आहूत मकर संक्रांति अनुष्ठान के अन्तर्गत नगर सेठ लक्ष्मीनाथ जी सहित परिसर स्थित सभी मन्दिरो के पट बदले गये लाल रंग के स्वास्तिक मंगल कलश की आकृति व सुनहरे रंग की किनारी से सुसज्जित दिव्य व विशेष पट सभी पुजारियों के द्वारा अपने अपने मंदिर में लगाये गये तिल की मिठाई व दक्षिणा सहित पट भेंट किए गए सभी मंदिरों के पट बदले जा करके मकर संक्रांति महोत्सव शुरू हुवा भोग आरती के समय भोग अर्पित हो कर सभी भक्तों को सवा लाख मन्त्रों से अभिमंत्रित तस्वीरो के साथ वितरित किया गया
नगर सेठ लक्ष्मीनाथ जी मंदिर सहित शहर /ज़िले के 108 मंदिरों में पाटोत्सव व भोग का दिव्य व विशेष अनुष्ठान हुवा
संवत् 2024 के सनातन पर्वों कों दिव्य व विशेष रूप से मनाये जाने की शृंखला के अन्तर्गत मकर संक्रांति महोत्सव के अन्तर्गत 15 जनवरी 2024 को विशेष भोग अर्पित कर सभी सनातन भक्तों को सवा लाख मंत्रों से अभिमंत्रित तस्वीरो के साथ भोग का प्रसाद भी वितरित किया गया
मकर संक्रांति अनुष्ठान पंडित योगेन्द्र कुमार दाधीच की अगुवाई में शुरू हुवा जिसमें लीलाधर आसोपा मंजुलता आसोपा शंकर लाल जोशी कैलाश ओझा गिरिराज रतन तिवाड़ी राकेश आसोपा रजत दाधीच प्रवीण दाधीच ममता दाधीच मंगलचंद आचार्य योगेश बिस्सा ओमप्रकाश तिवाड़ी गोपीकिशन स्वामी प्रेमनारायण व्यास केदार लाल सोनी एडवोकेट राजेश दाधीच ओमप्रकाश भादानी आदि ने भाग लिया
लक्ष्मीनाथ जी मंदिर के मुख्य पुजारी गौरीशंकर सेवग बुलाकी सेवग नवरतन सेवग महेश कुमार सेवग ललित सेवग श्याम देराश्री रामजी सेवग शंकर सेवग शुभम् सेवग आदि ने लक्ष्मीनाथजी मंदिर के सभी मंदिरों के पट बदले
धनीनाथ गिरीमठ पंच मंदिर के पट निर्वाण पीठाधीश्वर आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी श्री विशोकानंद भारती जी महाराज के सानिध्य में पुजारी शिवशंकर सेवग भवानी पुजारी ने पंच मन्दिर के पट बदले हनुमान मंदिर बागड़ी मोहल्ला के पट शंभुलाल तिवाड़ी गोपाल ओझा रघुनाथ मंदिर के पट ब्रजरतन स्वामी शिव मंदिर व्यास कॉलोनी के पट नलिन कुमार सारवल की उपस्थिति में टुंडला हनुमान मंदिर के पट दिलीप दुबे सत्यनारायण तिवाड़ी शिव मंदिर गोकुल सर्किल के पट शंकर पुरोहित दिलीप जोशी की उपस्थिति में राम मंदिर एम एम ग्राउंड के पट साँवरमल ओझा शिव मंदिर बारह गवाड़ के पट अशोक छँगानी आदि के साथ नागानेचीजी मंदिर ग्रेजुएट हनुमान मंदिर सहित सभी 108 मंदिरों के पट प्रभारियों की उपस्थिति सहित मंदिर पुजारियों द्वारा बदले गए तथा भोग वितरित हुवा
प्रवचन – पाटोत्सव के दिव्य व विशेष अनुष्ठान के अवसर पर निर्वाण पीठाधीश्वर महा मंडलेश्वर स्वामी श्री विशोकानंद भारती जी महाराज ने कहा कि मकर संक्रांति को किया गया दान पुण्य अभीष्ट फलदायी है मनुष्य को अपनी सामर्थ्य अनुसार पीड़ित जन , गो , ब्राह्मण , संत , बहन बेटी को दान पुण्य करते रहना चाहिए इससे यश कीर्ति समृद्धि में बढ़ोतरी होती है नर सेवा नारायण सेवा है जीवन का सार नर ब्राह्मण संत गौ माता पिता की सेवा व ईश्वर भक्ति है
यह अनुष्ठान सनातन जागृति एवम् सनातन पर्वों को पारंपरिक रूप से सभी सनातन धर्मावलम्बियों की सामूहिक उपस्थिति व सहभागिता के पावन से उद्देश्य से पूजन अनुष्ठान में समर्पित पं.श्री योगेन्द्र कुमार दाधीच द्वारा पिछले 41 वर्षों से लगातार किया जा रहा है।