आपणी हथाई न्यूज,इस साल अप्रैल-मई में लोकसभा चुनाव होने है। मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल का आखिरी बजट (अंतरिम बजट) 1 फरवरी 2024 को आएगा। बजट सत्र में मोदी सरकार पेट्रोलियम पदार्थों की कीमतों में भारी कटौती कर सकती है। उम्मीद जताई जा रही है कि कम से कम 10 रुपए तक पेट्रोल और डीजल के भाव कम होंगे।
पेट्रोलियम पदार्थों की कीमतों में कमी दो बड़ी वजहों से हो सकती है।
पहली बड़ी वजह आगामी लोकसभा चुनाव नजदीक है, केंद्र सरकार पेट्रोलियम पदार्थों में कमी कर जनता को लुभाना चाहती है। दूसरी बात है कि इंटरनेशनल मार्केट में कच्चे तेल की कीमतें 15 फीसदी तक घट गई है। तेल कम्पनियों को बीते वर्ष भारत में जबरदस्त मुनाफा हुआ है। साल 2023-24 में भारत की तीन बड़ी तेल कम्पनियों का कुल मुनाफा ही 1 लाख करोड़ के पार चला गया है जो बीते वर्ष महज 33 हजार करोड़ रुपए था।
अंतिम बार तेल कम्पनियों ने दाम अप्रैल 2022 में कम किए थे, लगभग पौने दो साल बाद आम जनता को आगामी फरवरी में पेट्रोल-डीजल की कीमतों में भारी गिरावट देखने को मिल सकती है। असल मे तो पेट्रोल-डीजल का बेस मूल्य 57 रुपए के आसपास ही है लेकिन केंद्र सरकार और राज्य सरकारो के टैक्स के बाद पेट्रोल-डीजल की कीमतें 100 रुपए के पार पहुंच जाती है।
मनोज रतन व्यास