आपणी हथाई न्यूज,भारत में इस कम्पनी का बड़ा इज्जत से नाम लिया जाता है। चाहे जूते-चप्पल हो या जहाज उड़ाने का काम इस कंपनी ने भारत का हर क्षेत्र में सर फ़ख्र से ऊंचा किया है। हम बात कर रहे है टाटा कम्पनी की। टाटा कम्पनी हालांकि देश के अमीरों की लिस्ट वाली चर्चा में कभी नजर नही आएगी क्योंकि टाटा कम्पनी ट्रस्ट संचालित है। 1868 में इस कंपनी की नींव डाली गई थी जिसके बाद आज यह कंपनी अब दस वर्टिकल्स के साथ 30 कंपनियों का ग्रुप है। यह छह महादेशों के साथ एक सौ से अधिक देशों में अपनी सेवाएं दे रही है।
फिलहाल टाटा की चर्चा इसलिए हो रही है कि हाल ही में भारतीय मीडिया में यह बात सामने आई कि टाटा ग्रुप ऑफ़ कंपनीज़ की कुल संपत्ति 365 अरब डॉलर तक पहुंच गई है।इन आंकड़ों से टाटा भारत की सबसे मज़बूत कंपनी तो साबित होती ही है, साथ ही साथ उसकी यह संपत्ति पाकिस्तान के सकल घरेलू उत्पाद यानी जीडीपी से कहीं अधिक है।
टाटा ग्रुप की मार्केट कैपिटलाइज़ेशन इस साल फ़रवरी में लगभग 365 अरब डॉलर रही जबकि हाल ही में अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ़) ने पाकिस्तान के जीडीपी का अनुमान लगभग 341 अरब डॉलर लगाया है।अगर केवल टाटा कंसलटेंसी सर्विसेज़ की बात की जाए तो उसकी संपत्ति 170 अरब अमेरिकी डॉलर है जो कि भारत की दूसरी सबसे बड़ी कंपनी है। इसकी संपत्ति पाकिस्तान की आर्थिकी की लगभग आधी है।