आपणी हथाई न्यूज,प्रदेश के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत दो दिवसीय बीकानेर दौरा कर अब राजधानी जयपुर पहुंच चुके हैं लेकिन मुख्यमंत्री का यह बीकानेर दौरा अपने पीछे विवाद छोड़ गया है। दरअसल मुख्यमंत्री गहलोत बीकानेर के रविंद्र रंगमंच में एनएसयूआई के स्थापना दिवस कार्यक्रम में शामिल होने आए थे मुख्यमंत्री गहलोत की यात्रा को देखते हुए शहर में प्रशासन द्वारा अतिरिक्त व्यवस्था की गई थी इन्हीं व्यवस्थाओं में से एक व्यवस्था रविंद्र रंगमंच में की गई, एनएसयूआई स्थापना दिवस के मौके पर रविंद्र रंगमंच में एनएसयूआई का झंडा फहराया गया और यह झंडा डॉक्टर करणी सिंह स्टेडियम में 30 फुट लंबे उस पोल पर फहराया गया जिस पोल पर गणतंत्र दिवस और स्वतंत्रता दिवस जैसे मौकों पर राष्ट्रीय ध्वज तिरंगा फहराया जाता है।
बीकानेर भाजपा ने इसे राष्ट्रीय ध्वज का अपमान बताया है, चूंकि इस पोल पर राष्ट्रीय ध्वज फहराया जाता है उसी पोल को काटकर रविंद्र रंगमंच पर ले जाने को लेकर भाजपा अब कांग्रेस पर हमलावर है। भाजपा जिला मंत्री और मीडिया प्रभारी मनीष आचार्य ने सरकार पर सत्ता के दुरुपयोग का आरोप लगाया है। हालांकि प्रथम दृष्टया यह मामला साधारण घटना प्रतीत होता है लेकिन यह बात भी सही है कि मुख्यमंत्री एक दल विशेष के कार्यक्रम में शामिल होने आए थे और उस कार्यक्रम में राष्ट्रीय ध्वज के पोल को काटकर स्थानांतरित करना यह दर्शाता है कि देश से बड़ा अब दल हो रहा है।
किसी भी राजनीतिक दल से चाहे फिर वह सत्तारूढ़ दल हो या विपक्ष उससे यह अपेक्षा की जाती है कि वह दल से पहले देश को प्राथमिकता दें लेकिन बीकानेर में देश की अस्मिता और आन तिरंगे को दरकिनार कर दल को महत्व दिया गया है, सरकार को चाहिए कि इस पूरे मामले में जांच के आदेश देकर दोषी अधिकारियों और व्यक्तियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करनी चाहिए।