आपणी हथाई न्यूज,राहुल गांधी के अलावा इंदिरा गांधी के छोटे पोते वरुण गांधी इन दिनों मीडिया की सुर्खियों से बाहर है। वरुण गांधी इस वक्त उत्तरप्रदेश की पीलीभीत सीट से सांसद है। पिछले तीस सालों से पीलीभीत सीट पर वरुण और उनकी माँ मेनका गांधी का इस सीट पर कब्जा है। पीलीभीत से मेनका गांधी 6 बार और वरुण दो बार सांसद चुने गए है।
पीलीभीत में चुनाव भी लोकसभा चुनाव के फर्स्ट फेज 19 अप्रैल को होने है। नामांकन की आखिरी तारीख 27 मार्च है। अब तक भाजपा ने यहां से अपना उम्मीदवार घोषित नही किया है। सूत्रों के अनुसार वरुण गांधी का टिकट भाजपा काट सकती है क्योंकि वरुण पिछले 5 सालों से मोदी सरकार के खिलाफ बयानबाजी कर रहे है। पहले खबर थी कि वरुण गांधी को अखिलेश यादव पीलीभीत से सपा का सिंबल देंगे,लेकिन पीलीभीत से समाजवादी पार्टी ने अपना उम्मीदवार उतार दिया है। इस बीच वरुण गांधी ने चुनावी नॉमिनेशन फाइल करने के सेट ले लिए है, मतलब साफ है कि भाजपा वरुण गांधी को टिकट दे या न दे वरुण पीलीभीत से चुनाव जरूर लड़ेंगे।
पीलीभीत की स्थानीय मीडिया की खबरों के अनुसार वरुण गांधी इस सीट पर बेहद मजबूत है, भाजपा टिकट देती है तो वरुण बड़े मार्जिन से आसानी से जीत जाएंगे और नही देती है तो वरुण गांधी निर्दलीय भी इस सीट को निकाल लेंगे क्योंकि वरुण गांधी ने पीलीभीत में लोकल लेवल पर अपनी एक यूथ बिग्रेड बना रखी है। वरुण गांधी हर गाँव-ढाणी का दौरा अब तक कर चुके है, देखना होगा भाजपा वरुण गांधी को टिकट आखिरकार देती है या नही,वरुण गांधी के अलावा उनकी माँ मेनका गांधी को भाजपा टिकट देगी या वह भी निर्दलीय लड़ेगी,अगले 24 घण्टो में दोनों माँ-बेटे की सियासत की तस्वीर साफ हो जाएगी।
मनोज रतन व्यास