आपणी हथाई न्यूज,स्थानीय सुदर्शना नगर स्थित शहीद भगतसिंह पार्क में चल रही श्रीमद्भागवत कथा के पंचम दिवस मंगलवार को श्रीकृष्ण जन्मोत्सव अत्यंत धूमधाम, हर्षोल्लास से मनाया गया। नन्द के आनन्द भयो जै कन्हैयालाल की…. जयघोष से पांडाल संग आसमान भी गूँज उठा जब वासुदेव स्वरूप सिर पर डलिया में बाल श्रीकृष्ण को धारण कर लाए तो श्रद्धालुओं के आनन्दातिरेक से अश्रु छलक उठे।
व्यासपीठ पर विराजमान कथावाचक पंडित श्रीकान्त व्यास ने सुमधुर शैली में कहा कि श्रीकृष्ण भगवान का जन्म जब कारागार में हुआ तो समूचा कारागार प्रकाशमान हो उठा, बेड़ियां स्वत: खुल गईं और कारागार के द्वार-उनके ताले भी स्वत: खुल गये अर्थात् जब जीव का मिलन परमात्मा से होता है तो उसके सारे बंधन टूट जाते हैं और जीव की मुक्ति के द्वार स्वत: खुल जाते हैं। इसके अलावा श्रीराम जन्म व समुद्र मंथन व्याख्यान को भी अत्यंत सरल, सुमधुर शैली में महाराजश्री ने श्रद्धालुजनों को समझाया।
प्रवक्ता शंकर सेवग ने बताया कि मंगलवार को श्रीकृष्ण जन्मोत्सव के शुभ अवसर पर बीकानेर पूर्व क्षेत्र विधायक सुश्री सिद्धिकुमारीजी ने भी भागवत कथा के दर्शन किए। भागवत कथा समिति के सदस्यों ने सिद्धिकुमारीजी को श्रीराधा कृष्ण की फोटो भेंट कर उनका अभिनंदन-सम्मान किया।