आपणी हथाई न्यूज,बेसिक पी.जी. महाविद्यालय में कला, विज्ञान एवं वाणिज्य संकाय के स्नातक एवं स्नातकोत्तर स्तर के प्रथम श्रेणी से उत्तीर्ण छात्र-छात्राओं के प्रोत्साहन हेतु ‘‘सेलिब्रेशन 2024: द रिदम ऑफ सक्सेस’’ पुरस्कार वितरण समारोह का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ ज्ञान की देवी मां सरस्वती के पूजन व दीप प्रज्ज्वलन के साथ किया गया। कार्यक्रम के प्रारम्भ में महाविद्यालय प्राचार्य डॉ. सुरेश पुरोहित द्वारा पधारे हुए अतिथियों का परिचय देते हुए स्वागत उद्बोधन के साथ-साथ महाविद्यालय का प्रगति प्रतिवेदन प्रस्तुत किया गया। महाविद्यालय की उपलब्धियों को बताते हुए डॉ. पुरोहित ने बताया कि इस वर्ष कला,विज्ञान एवं वाणिज्य संकाय स्नातक स्तर तथा स्नातकोत्तर स्तर पर एम.एससी. (प्राणिविज्ञान, वनस्पतिविज्ञान, रसायन विज्ञान, गणित) व एम.कॉम. (एबीएसटी) के परीक्षा परिणाम 100 प्रतिशत रहे हैं। इस परीक्षा परिणाम में न केवल छात्र-छात्राओं ने सर्वोच्च अंक प्राप्त किए हैं बल्कि लगभग 600 विद्यार्थी प्रथम श्रेणी से उत्तीर्ण हुए। डॉ. पुरोहित ने बताया कि महाविद्यालय में शैक्षणिक पाठ्यक्रमों के नियमित अध्ययन के साथ-साथ प्रतियोगी परीक्षाओं हेतु निःशुल्क तैयारी, ई-लाईब्रेरी, पर्सनल्टी डवलमेंट, स्पोकन इंग्लिश, शैक्षणिक भ्रमण, इनोवेशन सेल, कॉमर्स क्लब, स्काउट, एनएसएस, खेलकूद आदि ऐसी विभिन्न गतिविधियां हैं जो हमारे महाविद्यालय को और बेहतर बनाता है।
प्राचार्य डॉ. सुरेश पुरोहित ने बताया कि छात्रा लतिका स्वामी ने बीएससी (तृतीय वर्ष) में 93 प्रतिशत अंक प्राप्त करते हुए विश्वविद्यालय की टॉपर छात्रा रही। महाविद्यालय द्वारा छात्रा को प्रोत्साहित एवं पुरस्कृत करते हुए प्रतीक चिह्न के साथ 5100 रुपये (अखरे रुपया पाँच हजार एक सौ मात्र) का चैक भी प्रदान किया गया। कार्यक्रम के दौरान स्नातक एवं स्नातकोत्तर स्तर पर सर्वोच्च अंक प्राप्त करने वाले सभी विद्यार्थियों एवं स्टाफ सदस्यों को अतिथियों द्वारा पुरस्कृत एवं सम्मानित किया गया। इस अवसर पर महाविद्यालय के छात्र-छात्राओं द्वारा रंगारंग सांस्कृतिक प्रस्तुतियां भी दी गई।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि के रूप में छात्रों को संबोधित करते हुए मनोज दीक्षित ने विद्यार्थियों की उत्कृष्ट प्रतिभा का उल्लेख करते हुए कहा कि जीवन में सदैव बड़ा लक्ष्य रखकर आगे बढ़े। उन्होंने विद्यार्थियों का मार्गदर्शन करते हुए कहा कि जीवन में असफलता ही सफलता की सीढ़ी है। लक्ष्य निर्धारित करके तैयारी करने से ही लक्ष्य की प्राप्ति होती है। इसलिए विद्यार्थियों को निरन्तर लक्ष्य केन्द्रित होना चाहिए। विश्वविद्यालय कुलपति आचार्य मनोज जी दीक्षित ने विद्यार्थियांे को बताया कि प्रत्येक व्यक्ति जीवन में सफल होना चाहता है, इसलिए प्रत्येक विद्यार्थी में सीखने की आदत, चुनौतियों का सामना करने का जज्बा और आत्म मूल्यांकन करने का साहस होना चाहिए। जीवन में सफलता पाने के लिए सबसे जरूरी है कि आप अपने पर विश्वास रखें। विद्यार्थी को हमेशा सकारात्मक सोचना चाहिए जिससे उसका आत्मविश्वास बढ़ता है।
इस अवसर पर विशिष्ट अतिथि प्राचार्य, राजकीय डूंगर महाविद्यालय (डॉ.) राजेन्द्र कुमार पुरोहित ने अपने अनुभवों को विद्यार्थियों के साथ साझा करते हुए बताया कि विद्यार्थियों को विश्वास, साहस, धैर्य तथा कठिन परिश्रम से भविष्य में आगे बढ़ना चाहिए। डॉ. पुरोहित ने कहा कि सफलता का कोई शार्टकट नहीं होता है इसलिए कठिन मेहनत करते हुए सभी विद्यार्थी अपने लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए तत्पर रहें और प्रत्येक चुनौती को एक अवसर के रूप में लेते हुए धैर्य के साथ आगे बढ़ें।
कार्यक्रम के दौरान विशिष्ट अतिथि एडिशनल एसपी सिटी दीपक कुमार शर्मा ने छात्रों को संबोधित करते हुए विद्यार्थियों को बताया कि महाविद्यालय जीवन में जो भी सीखा है उन्हें भविष्य में उन सभी गुणों को अपने क्षेत्र में जाकर साझा करें। श्रीमान् दीपक शर्मा जी ने कहा कि आपके जीवन में शिक्षा का बहुत महत्व है क्योंकि आपके जीवन की राजनीतिक उन्नति, सामाजिक, आर्थिक एवं आध्यात्मिक उन्नति के विभिन्न विषय इसी शिक्षा से जुड़े हुए हैं इसलिए शैक्षणिक ज्ञान के साथ-साथ सह-शैक्षणिक गतिविधियां छात्रों के जीवन मंे आत्मसम्मान को बढ़ाती है।कार्यक्रम के दौरान महाविद्यालय प्रबंध समिति के चेयरमैन रामजी व्यास, सचिव अमित व्यास एवं महाविद्यालय प्राचार्य डॉ. सुरेश पुरोहित द्वारा सभी अतिथियों को साफा एवं प्रतीक चिह्न भेंट कर सम्मानित किया गया।
कार्यक्रम के अन्त में महाविद्यालय प्रबन्ध समिति के अध्यक्ष रामजी व्यास द्वारा सर्वोत्तम परीक्षा परिणाम हेतु छात्र-छात्राओं, अभिभावकों एवं स्टाफ सदस्यों को बधाई एवं शुभकामनाएं देते हुए अतिथियों का आभार प्रकट किया गया। रामजी व्यास ने विद्यार्थियांे को संबोधित करते हुए उन्हें उनकी दिनचर्या एवं गुणों के बारे में विस्तार से प्रकाश डाला तथा छात्र जीवन में अध्ययन को तनावमुक्त, एकाग्रचित्त मन से भयमुक्त होकर रहने के लिए आध्यात्मिकता योग, शारीरिक एवं नैतिक शिक्षा के बारे में जानकारी दी।
कार्यक्रम को सफल बनाने में महाविद्यालय स्टाफ सदस्य डॉ. मुकेश ओझा, डॉ. रमेश पुरोहित, डॉ. रोशनी शर्मा, वासुदेव पंवार,श्रीमती माधुरी पुरोहित,श्रीमती प्रभा बिस्सा, डॉ. नमामीशंकर आचार्य,श्रीमती संध्या बिस्सा,हितेश पुरोहित, विकास उपाध्याय,श्रीमती शालिनी आचार्य,पंकज पाण्डे,अजय स्वामी,सुश्री खुशबू शर्मा,श्रीमती प्रेमलता व्यास,श्रीमती सीमा शर्मा,श्रीमती कृष्णा व्यास, श्रीमती प्रीति पुरोहित, श्रीमती सोमू भाटी, मनमथ केवलिया,श्रीमती महिमा किराडू,सुश्री जाह्नवी पारीक,शिवशंकर उपाध्याय, राजीव पुरोहित आदि का उल्लेखनीय योगदान रहा।