आपणी हथाई न्यूज,11-12 सितंबर 2024 को गुरु जंभेश्वर शोध पीठ , जयनारायण व्यास विश्वविद्यालय जोधपुर व जाँभानी साहित्य अकादमी ,बीकानेर द्वारा संयुक्त रूप से जोधपुर में आयोजित होने वाले अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन का ब्रोशर राजस्थान के मुख्यमंत्री माननीय भजनलाल शर्मा द्वारा सर्किट हाउस जोधपुर में जारी किया गया । सम्मेलन के लिए अपनी शुभकामनाएँ देते हुए मुख्यमंत्री महोदय ने कहा कि गुरु जम्भेश्वर जी की शिक्षायें आज के समय में अत्यंत महत्वपूर्ण हो गई है ।क्रमशः
यदि दुनिया को पर्यावरणीय संकट से मुक्ति पानी है तो गुरु जम्भेश्वर जी की शिक्षाएँ ही एकमात्र रास्ता है । गुरु महाराज की शिक्षाएं किसी एक वर्ग जाती धर्म के लिए न होकर सम्पूर्ण मानव जाति के लिये थी इसलिए उनका प्रचार प्रसार पूरे विश्व में होना चाहिये । मुख्यमंत्री महोदय ने आशा प्रकट करते हुए कहा कि मुझे पूरा विश्वास है कि इस सम्मेलन के माध्यम से गुरु जंभेश्वर जी की शिक्षाएँ विश्व के कोने कोने में पहुँचेंगी ।क्रमशः
इस अवसर पर उपस्थित भारतीय जनता पार्टी के प्रदेशाध्यक्ष श्री मदन राठौड़ ने अपनी शुभकामनाएँ देते हुए कहा कि इस संगोष्ठी के माध्यम से पर्यावरण के प्रति एक जागरूकता पैदा होगी जिसके भविष्य में सकारात्मक परिणाम प्राप्त होंगे । राजस्थान सरकार में युवा ,खेल एवं उद्योग मंत्री के के बिश्नोई ने कहा कि पर्यावरण प्रदूषण आज के समय की सबसे गंभीर समस्या है । आज पूरा विश्व इसको लेकर विचार मंथन कर रहा है जबकि गुरु जंभेश्वर जी ने आज से पाँच सौ वर्ष पूर्व ही इस समस्या को भाँप लिया था और अपनी शिक्षाओं में पर्यावरण संरक्षण पर विशेष बल दिया था । उन्होंने कहा कि इस प्रकार के सम्मेलन आज की आवश्यकता है ।क्रमशः
कैबिनेट मंत्री श्री जोगाराम जी पटेल ने कहा कि पर्यावरण को लेकर बिश्नोई समाज का योगदान अतुल्य है । हरे वृक्षों को लेकर दिया गया खेजड़ली बलिदान अपने आप में अनूठा है । इस अवसर पर उपस्थित जीव जंतु कल्याण बोर्ड के अध्यक्ष जसवंत सिंह बिश्नोई ने अपनी शुभकामनाएँ देते हुए कहा कि गुरु जम्भेश्वर जी की शिक्षाएँ संपूर्ण प्राणी जगत के लिये कल्याणकारी है।क्रमशः
जाँभानी साहित्य अकादमी की अध्यक्ष प्रोफ़ेसर इंद्रा बिश्नोई ने इस अवसर पर सम्मेलन की रूपरेखा पर प्रकाश डालते हुए बताया कि दो दिन तक आयोजित होने वाले इस सम्मेलन में देश विदेश से 1500 प्रतिभागी भाग लेंगे। गुरु जंभेश्वर शोध पीठ के निदेशक डॉ ओमप्रकाश बिश्नोई ने बताया कि यह सम्मेलन नव निर्मित मारवाड़ इंटरनेशनल सेंटर में आयोजित होगा । दो दिन तक चलने वाले इस सम्मेलन में कुल सात सत्र होंगे जिनमे देश विदेश के विद्वान”संसाधनों के प्रयोग में मित व्ययता , पुन: उपयोग एवं पन: चक्रण द्वारा जाँभनी दर्शनानुसार पर्यावरण संरक्षण” विषय पर विचार मंथन करेंगे । इस अवसर पर सूरसागर विधायक देवेंद्र जोशी , प्रो महेंद्र सिंह राठौड़ जाँभानी साहित्य अकादमी के सचिव -डॉ महेश धायल ,रमेश बाबल , पूर्व महासचिव डॉ सुरेंद्र बिश्नोई , सदस्य इंजीनियर भगीरथ बिश्नोई , प्रो प्रवीण गहलोत, डॉ के॰आर॰ मेघवाल, डॉ रामप्रकाश सारण, डॉ देवकरण, बीजेपी प्रदेश उपाध्यक्ष प्रसनचंद मेहता , लोहावट से पूर्व प्रधान भागीरथ बैनीवाल उपस्थित थे ।समाप्त