आपणी हथाई न्यूज, श्री विश्वकर्मा सूत्रधार सम्पति ट्रस्ट बीकानेर द्वारा नागरिकों का सम्मान हेतु सुधार समाज के सानिध्य में पुगल रोड स्थित श्री विश्कर्मा मंदिर प्रांगण में कार्यक्रम आयोजित किया गया। जिसमे मुख्य अतिथि श्रीमती सुशीला कँवर राजपुरोहित, महापौर नगर निगम बीकानेर एवं पार्षद श्री वीरेंद्र करल, श्री विजय कुमार वर्मा मुख्य अभियंता सानिवि, श्री मुकेश गुप्ता अधीक्षण अभियंता सानिवि उपस्थित रहे। विश्वकर्मा सूत्रधार सम्पति ट्रस्ट द्वारा विश्वकर्मा सर्किल निर्माण में दिए गये अमूल्य सहयोग के लिए मुख्य अतिथियों का शॉल, साफा भेंट कर अभिनंदन पत्र प्रदत किया गया तथा श्री विजय कुमार वर्मा की अनुपस्थित में सहायक अभियंता श्री रोहिताश्व सिंह को अभिन्दन पत्र प्रदत किया गया। साथ ही समाज की विशिष्ट प्रतिभाओ में डा. जयकिशन चुयल हृदय रोग विशेषज्ञ, डा. अमिताभ सुथार हड्डी रोग विशेषज्ञ, डा. जितेन्द्र नांगल कैंसर रोग विशेषज्ञ, श्री महेश सुथार सहायक निदेशक माध्यमिक शिक्षा बीकानेर का शॉल ओढाकर अभिनंदन पत्र भेंट कर स्वागत किया गया। ट्रस्ट द्वारा समाज की विभिन्न संस्थाओ को उनकी विभिन्न सेवाओं के लिए सामूहिक विवाह समिति एवं पूनरासर ट्रस्ट के अध्यक्ष श्री नवरतन धामु, अन्न क्षेत्र कमेटी के अध्यक्ष श्री कालूराम बरडवा, ट्रस्ट के पूर्व अध्यक्ष श्री राधाकिशन मांडन, श्री विश्वकर्मा सेवा संघ के अध्यक्ष श्री परमेश्वर प्रसाद चुयल, विश्वकर्मा एकता फोर्स के अध्यक्ष श्री मनोज नागल आदि पदाधिकारीयों का अभिनंदन कर सम्मान किया गया। उक्त कार्यक्रम में समाज के श्री चतुर्भुज नागल संरक्षक, गणेश कुलरिया, चोरूलाल मांडण, मदनमोहन बरडवा, चोरूलाल माकड, प्रभुदयाल बरडवा, झंवरलाल नागल, अशोक मदेचा, शिवप्रकाश डोयल, शंकर नागल, बाबूलाल मांडण, सुरेश गैपाल, ओमप्रकाश चुयल, शिवदयाल चुयल, बाबूलाल मोटियार, मघाराम धामू, सोहनलाल माकड आदि समाज के युवा एवं गणमान्य लोगो की उस्थिति में शानदार कार्यक्रम सम्पन हुआ ।जिसमें अनेकानेक सामाजिक बन्धु तथा अन्य समाज के लोग भी उपस्थित रहे। सभी विशिष्टजनो ने समाज में हुनरमंद लोगो कि तारीफ की जिन्होंने सुधार समाज में तकनीकी ज्ञान व्याप्त है जिसका डंका पुरे भारत में निरंतर अपनी प्रतिभाओ से समाज ने साबित भी किया है। कार्यक्रम के अंत में ट्रस्ट के उपाध्यक्ष श्री लालचंद खोखा द्वारा सभी ऑगनतुको का आभार व्यक्त किया गया। कार्यक्रम का संचालन श्री शिव कुमार बामनिया और श्री गणेश नागल द्वारा कियक्षা