आपणी हथाई न्यूज,यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की छवि एक हार्ड कोर हिन्दू नेता की है, लेकिन योगी के सख्त प्रशासन के कारण यूपी पूरे देश में साम्प्रदायिक सौहार्द की नई मिसाल बन कर उभर रहा है। पिछले दिनों देश के अनेक राज्यों में रामनवमीं और हनुमान जयंती पर साम्प्रदायिक तनाव की खबरें आई,लेकिन 25 करोड़ से भी ज्यादा आबादी के यूपी से एक भी कम्युनिल हारमनी बिगड़ने की खबर नहीं आई।
इन दिनों महाराष्ट्र समेत देश भर में लाउडस्पीकर विवाद खासा तूल पकड़ रहा है,लेकिन योगी इस मुद्दे पर भी देश के दूसरे बाकी राज्यों से काफी आगे निकल गए है। यूपी में योगी की कड़ी कानूनी कार्रवाई के डर से मंदिर,मस्जिद समेत सभी धार्मिक स्थलों से लाउडस्पीकर हटाए जा रहे है। लाउडस्पीकर हटाने के लिए योगी आदित्यनाथ सरकार को कोई जोर जबरदस्ती भी नही करनी पड़ रही है। यूपी के सभी धार्मिक स्थलों के संचालक और कमेटियां योगी के लाउडस्पीकर कानून का स्वतः पालन कर रहे है।
योगी ने यूपी के किसी भी धार्मिक स्थल के परिसर के बाहर लाउडस्पीकर की आवाज न आने देने का आदेश जारी किया है। 30 अप्रैल तक यूपी के सभी 75 जिलों से इस विषय मे रिपोर्ट भी मांगी गई है। अगर किसी भी थाना क्षेत्र में लाउडस्पीकर की आवाज धर्म स्थल की परिधि से बाहर सुनाई दी तो उस क्षेत्र के थानाधिकारी पर ही यूपी सरकार कड़ा एक्शन लेगी। योगी जिस गोरखनाथ मठ के महंत है वहाँ से भी लाउडस्पीकरो की संख्या कम कर दी गई है और जो लाउडस्पीकर है उनकी भी आवाज मन्दिर परिसर से बाहर न जाए इसकी निगरानी मन्दिर प्रशासन रख रहा है। फायर ब्रांड कट्टर हिन्दू की छाप वाले योगी राज में साम्प्रदायिक सौहार्द पूरे देश मे आदर्श उदाहरण प्रस्तुत कर रहा है।
मनोज रतन व्यास