आपणी हथाई न्यूज, बीकानेर और आसपास के क्षेत्रों में एक कहावत पर सदियों से लोगों को यकीन है कि कार्तिक पूर्णिमा के पावन अवसर पर पवित्र कोलायत सरोवर का पानी हिलने पर बीकानेर और आस पास के इलाकों में सर्दी का आगाज हो जाता है।पूर्वजों के मुखारबिंद से निकली यह लोक कहावत इस साल भी सही साबित हुई है, परसों कार्तिक पूर्णिमा के बाद से बीकानेर में हल्की सर्दी ने दस्तक दे दी है और कल रात की कंडी हवाओं और आज सुबह की हल्की ओस ने यह इंगित कर दिया है कि देर से ही सही जाड़े का आगाज हो गया है।
बीकानेर में सर्दी की आहट होते ही शहरी परकोटे के अनेक चौक और मोहल्लों में शाम के बाद धूणी पर स्थानीय लोगों की जाजम लगनी शुरू हो जाती है,जहां देर रात तक हथाई का दौर चलता रहता है।
कार्तिक पूर्णिमा की शाम से ही बीकानेर के डागा चौक और किराडूओं की गली में धूणी का आगाज हो चुका है। किराडू गली के पंडित अशोक किराडू ने बताया कि धूणी की परम्परा हमारे पूर्वजो ने शुरू की थी,जिसे हम आज की युवान पीढ़ी के साथ आगे बढ़ा रहें है।डागा चौक के स्थानीय निवासी हेमंत रंगा ने कहा धूणी परम्परा सदियों से हमारे चौक में चल रही है, यहां बैठकर हथाई करने से सामजिक सदभाव और समरसता का भाव जीवित रहता है।
मनोज रतन व्यास