आपणी हथाई न्यूज, बीकानेर जिले की पुलिस ने साइबर ठगी के खिलाफ बड़ी कार्रवाई को अंजाम देते हुए 6 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। शुक्रवार को सदर थाना पुलिस में पुलिस अधीक्षक कावेंद्र सिंह सागर ने पत्रकारों को जानकारी देते हुए बताया कि ढाल के तहत साइबर ठगी करने वाले अंतर राज्य संगठित गिरोह का खुलासा हुआ है इस मामले में पुलिस ने बीकानेर से समर्थ सोनी पुत्र महेश सोनी जाती सोनी उम्र 32 साल निवासी वल्लभ गार्डन, धर्म नारायण सिंह पुत्र दाऊलाल सिंह जाति राजपूत निवासी वल्लभ गार्डन पट्टी पेड़ा के पास, रोहित सोलंकी पुत्र श्री रणजीत सिंह सोलंकी जाति सोलंकी राजपूत उम्र 25 साल निवासी सुदर्शन नगर ,शिवनारायण सिंह पुत्र दाऊ लाल सिंह जाति राजपूत उम्र 29 साल निवासी वल्लभ गार्डन, विकास बिश्नोई पुत्र गोपी राम जाति विश्नोई उम्र 29 साल निवासी फुलासर पुलिस थाना बज्जू हाल निवासी बीकानेर चेतनानंद जीएसएस राजीव नगर के पास को गिरफ्तार किया है । पुलिस ने इन आरोपियों के कब्जे से आठ बैंक पासबुक, 16 चेक बुक ,23 एटीएम ,डेबिट कार्ड, तीन अलग-अलग फॉर्म की सील मोहर ,एक फर्म मय केवाईसी जप्त किए हैं।
एसपी कावेंद्र सिंह ने मामले की जानकारी देते हुए आगे बताया कि आरोपियों से 75 संदिग्ध बैंक खातों से भारत के अलग-अलग राज्यों में हुए फ्रॉड के कुल 51 करोड़ 81 लख रुपए शामिल है। वही इन साइबर ठगी में उपयोग में लिए गए खातों पर केरल, महाराष्ट्र ,यूपी, कर्नाटक, तमिलनाडु, छत्तीसगढ़, गुजरात, तेलंगाना ,राजस्थान ,पश्चिम बंगाल, दिल्ली, मध्य प्रदेश ,ओडिशा ,आंध्र प्रदेश, बिहार, हरियाणा गोवा ,उत्तराखंड, झारखंड व मेघालय में शिकायते दर्ज है।
पुलिस का मानना है कि इसमें कुछ बैंक कर्मियों की भी भूमिका हो सकती है। बरहाल गिरफ्तार आरोपियों से पुलिस पूछताछ कर रही है जिसमें कुछ और भी परते खुलने की संभावना है।
कैसे करते थे साइबर फ्रॉड
पूछताछ में यह भी सामने आया है कि यह लोग गरीब व भोले वाले लोगों को पैसों का लालच देकर अलग-अलग बैंकों में खाता खुलवाकर उनके खाता किट जिसमें पासबुक चेक व ATM आदि सामग्री को साइबर फ्रॉड करने वाले को अधिक राशि में बेच देते थे जिनको खाते उपलब्ध करवाते हैं वह साइबर फ्रॉड से प्राप्त होने वाली राशि को जमा करवा कर एटीएम व चेक से विड्रोल करवा लेते है।
कार्यवाही करने वाली टीम
साइबर फ्रॉड के खिलाफ कार्य कार्यवाही करने वाली टीम आईपीएस अधिकारी खान मोहम्मद ,जय नारायण व्यास पुलिस थाना अधिकारी सुरेंद्र पचार ,कांस्टेबल दीपक यादव, कांस्टेबल रामकरण, कांस्टेबल दिलीप सिंह , हेड कांस्टेबल अब्दुल सत्तार ,हेड कांस्टेबल योगेंद्र ,हेड कांस्टेबल महावीर, श्री राम कांस्टेबल, सूर्य प्रकाश ,कांस्टेबल देवेंद्र ,कांस्टेबल लखविंदर सिंह, कांस्टेबल मुकेश ,कॉन्स्टेबल प्रभु ,कांस्टेबल बाबूलाल ,कांस्टेबल गोविंद ,कांस्टेबल सुभाष, कांस्टेबल महेंद्र ,कांस्टेबल प्रदीप, कांस्टेबल सत्यनारायण ,कांस्टेबल धर्मेंद्र व राजेंद्र की महत्वपूर्ण भूमिका रही।