जिला प्रशासन के तत्वावधान् में निःशुल्क कथक नृत्य प्रशिक्षण कार्यशाला सोमवार को राजकीय सार्दुल सीनियर सैकण्डरी स्कूल में प्रारम्भ हुई। शुभारम्भ समारोह के मुख्य अतिथि संभागीय आयुक्त डॉ. नीरज के. पवन थे।
संभागीय आयुक्त ने कहा कि नृत्य व अन्य ललित कलाओं में रूचि रखने वाली छात्राएं, ऐसे प्रशिक्षणों के माध्यम से इन कलाओं में महारथ हासिल करें और राष्ट्रीय तथा अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर जिले का नाम रोशन करें। उन्होंने कहा कि नृत्य और संगीत वर्तमान में कॅरियर की बड़ी संभावना पैदा करने वाले क्षेत्र बन कर उभरे हैं। इसके मद्देनजर बेटियां पूरे मनोयोग के साथ प्रशिक्षण प्राप्त करें। उन्होंने बताया कि कार्यशाला के तहत 23 जून तक प्रतिदिन प्रातः 8 से 10 बजे तक यह प्रशिक्षण प्रदान किया जाएगा। प्रशिक्षण के बाद सभी प्रतिभागियों को प्रमाण पत्र प्रदान किए जाएंगे। उन्होंने बताया कि इच्छुक बालिकाएं अब भी इसमें पंजीकरण करवा सकती हैं।
कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए जर्मनी से आए डॉ. नमन वाहन ने कहा कि संगीत मनुष्य का सर्वश्रेष्ठ मित्र है। उन्होंने कहा कि बीकानेर में अनेक प्रतिभाएं हैं। ऐसे प्रशिक्षणों के माध्यम से इन्हें आगे बढ़ने के अवसर मिलेंगे।
नृत्य प्रशिक्षिका तथा अंतराष्ट्रीय कथक नृत्यांगना वीणा जोशी ने प्रशिक्षण शिविर की रूपरेखा बताई और संगीतमय कथक नृत्य सहित गणेश वंदना का प्रदर्शन किया। कार्यक्रम का शुभारंभ बाल कलाकार चैतन्य सहल ने सरस्वती वंदना के साथ किया। समग्र शिक्षा के सहायक निदेशक ओमप्रकाश गोदारा ने विचार व्यक्त किए।
इस दौरान शिव शंकर चौधरी, सुमन, हरप्रीत, धीरज पारीक, कृष्ण कुमार व्यास, राकेश वैद, हिमानी शर्मा, रामरतन तंवर, सुरजाराम गोयल, प्रताप सिंह और अंशिका गोयल आदि मौजूद रहे। कार्यक्रम का संचालन सुभाष जोशी ने किया।