वरिष्ठ वकील और पूर्व केंद्रीय मंत्री कपिल सिब्बल को राज्यसभा में भेजने के लिए कांग्रेस से ज्यादा दूसरी पार्टियों में होड़ सी मची हुई है। यूं भी कपिल सिब्बल की कांग्रेस हाईकमान से नाराजगी जगजाहिर है, फिलहाल सिब्बल यूपी से राज्यसभा सांसद है, लेकिन यूपी से राज्यसभा में भेजने लायक कांग्रेस के पास विधायक ही नही है। दूसरी बात सिब्बल सार्वजनिक रूप से गांधी परिवार पर कई बार तीखे प्रहार कर चुके है, इसलिए सिब्बल को कांग्रेस राज्यसभा भेजे,इसकी संभावना बहुत ही कम है, लेकिन सिब्बल को राज्यसभा जाने में कोई दिक्कत नही आएगी। राजनीतिक दल गरज कर सिब्बल को राज्यसभा सदस्य बनाने का आग्रह कर रहे है।
कपिल सिब्बल को समाजवादी पार्टी, राष्ट्रीय जनता दल और झारखंड मुक्ति मोर्चा राज्यसभा भेजने के लिए तैयार है। अब सिब्बल को तय करना है कि उन्हें किस दल और राज्य से राज्यसभा सांसद बनना है। सिब्बल को राज्यसभा भेजने के पीछे हर राजनीतिक दल की मजबूरी सिब्बल की वकालत का हुनर है। सिब्बल ने ही सपा नेता आजम खान को हाल ही में बेल करवाई है। आजम खान को खुश करने और दूसरे कानूनी पचड़ों से निपटने के लिए अखिलेश सिब्बल को राज्यसभा भेजना चाहते है। लालू यादव की पार्टी भी सिब्बल को इसलिए ही राज्यसभा भेजना चाहती है ताकि सिब्बल लालू यादव परिवार को विभिन्न करप्शन केसेज से निकट भविष्य में बचाए और झारखंड के मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन भी सिब्बल से कानूनी मदद ही चाहते है, सोरेन पर भी मंत्री रहते माइंस को लीज पर लेने का आरोप है। सोरेन की विधानसभा सदस्यता रद्द करने का मामला चुनाव आयोग के सामने लंबित है, बस इसलिए ही सोरेन कपिल सिब्बल को राज्यसभा भेजना चाहते है।
मनोज रतन व्यास