आपणी हथाई न्यूज़, राजस्थान विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष रहे कांग्रेस के कद्दावर नेता और स्टेट एग्रो इंडस्ट्री डेवलपमेंट बोर्ड के अध्यक्ष रामेश्वर डूडी अपने बयान के चलते राजनीतिक गलियारों में खासी चर्चा में बने हुए हैं। राजस्थान में बड़े जाट नेता के तौर पर अपनी पहचान रखने वाले रामेश्वर डूडी पश्चिमी राजस्थान में खासे लोकप्रिय हैं। रामेश्वर डूडी बीकानेर के पूर्व सांसद भी रह चुके हैं और राजनीति के बड़े खिलाड़ी माने जाते हैं।
राजनीति के बड़े खिलाड़ी माने जाने वाले रामेश्वर डूडी ने कल अपने एक बयान से गुगली फेंककर एक नई बहस को पैदा कर दिया। दरअसल रामेश्वर डूडी अपने भरतपुर दौरे के दौरान मीडिया से बात करते हुए सचिन पायलट पर परोक्ष रूप से निशाना साधा और उन्होंने कहा कि राजस्थान में मुख्यमंत्री वही बनेगा जो राजस्थान में जाया जन्मा हो। रामेश्वर डूडी के इस बयान को सचिन पायलट के मुख्यमंत्री पद की दावेदारी पर बड़े सवाल के तौर पर देखा जा रहा है। गौरतलब है कि सचिन पायलट पर बाहरी होने का भी टैग लगा है। पायलट का विरोधी खेमा हमेशा से ही पायलट पर बाहरी होने का आरोप लगाते रहे हैं और उन्हें यूपी का बताते रहे हैं।
रामेश्वर डूडी का यह बयान इसलिए भी चर्चा में है क्योंकि एक वक्त में रामेश्वर डूडी पायलट समर्थक माने जाते थे और डूडी ने राजस्थान क्रिकेट एसोसिएशन के अध्यक्ष पद के लिए सीधे मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से अदावत की थी और उन्होंने मुख्यमंत्री के बेटे वैभव गहलोत के सामने आरसीए अध्यक्ष पद के लिए नामांकन भी दाखिल किया था।
जाट नेता रामेश्वर डूडी को पायलट समर्थक माना जाता था लेकिन राजनीति के जादूगर माने जाने वाले अशोक गहलोत ने रामेश्वर डूडी को स्टेट एग्रो इंडस्ट्री डेवलपमेंट बोर्ड का अध्यक्ष बनाकर उन्हें अपने पाले में ले आए। रामेश्वर डूडी के दिए इस बयान के बाद राजनीतिक विश्लेषक इस बयान का अपने अपने हिसाब से विश्लेषण कर रहे हैं।