अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर हिंदी भाषा को बड़ा सम्मान मिला है। उत्तरप्रदेश के मैनपुरी जिले की लेखिका गीतांजलि श्री की किताब “रेत समाधि” को प्रतिष्ठित बुकर पुरस्कार मिला है। रेत समाधि का अंग्रेजी अनुवाद “टॉम्ब ऑफ सैंड” में लेखिका डेजी रॉकवेल ने किया है। दोनो लेखिकाओं को साझा रूप से बुकर पुरस्कार मिलेगा। ईनाम के रूप में 50 हजार पाउंड मिलेंगे। कल लंदन में भारत की लेखिका गीतांजलि श्री को प्रतिष्ठित बुकर पुरस्कार से सम्मानित किया गया। रेत समाधि बुकर पुरस्कार जीतने वाली पहली किताब बन गई है। हिंदी के साथ ही किसी भी भाषा मे जीतने वाली रेत समाधि पहली किताब बन गई है। कुल 13 किताबो को बुकर पुरस्कार के लिए शॉर्टलिस्ट किया गया था,जिसमें से रेत समाधि ने बाजी मार ली। गीतांजलि श्री का कहना है कि उन्होंने तो कभी सपना भी नही देखा था कि उनकी किताब बुकर पुरस्कार जीत भी सकती है। रेत समाधि में अस्सी साल की महिला के विभाजन के दर्द की दास्तां बयान की गई है।
मनोज रतन व्यास