2 साल के कोरोना काल ने पता नही लोगों से क्या क्या छीन लिया था। मगर इस साल हर कोई फिर से अपनी खुशियों को पूरा करने में लगा है। अगर बात खुशियों को पूरी करने की हो रही है तो इनमें शहर के बच्चें भी कहा पीछे रहने वालें है। यूं तो शहर में अलग-अलग जगहों पर समर केम्प का आयोजन किया जा रहा है। इन समर कैम्पों में बच्चों को डांस,कुकिंग, रेडियोजॉकी, एंकरिंग, कैलीग्राफी, स्पोकन इंग्लिश, फोटोग्राफी, क्विक कैलकुलेशन, बेसिक कंप्यूटर, रजवाडी साफा, एडवांस कंप्यूटर, ब्यूटी टिप्स सहित कई कोर्स सिखाएं जा रहे है।
स्थानीय बेसिक इंग्लिश सी. सै. स्कूल में समर कैंप का आरम्भ 18 मई से हो गया है। इस समर कैंप में कल बीकानेर के मशहूर फोटो ग्राफर व पुरोहित स्टूडियो के संचालक राहुल व्यास ने बच्चों को फोटोग्राफी के गुर सिखाएं, राहुल ने बच्चों को कैमरे को पकड़ने से लेकर फोटो क्लिक करने तक का अभ्यास करवाया।
राहुल ने बच्चों को कैमरा लेंस व ज़ूम जैसी तकनीकों के बारे में बच्चों से बात की। राहुल ने बच्चों को फोटोग्राफी के दौरान लाइट का महत्व भी समझाया।
राहुल ने कहा फोटोग्राफी केवल किसी वस्तु का हू-ब-हू चित्र खींच लेना नहीं है, बल्कि यह एक मीडियम (माध्यम) है जिसके जरिए अपनी बात कही जा सकती है, अपनी भावनाओं को अभिव्यक्त किया जा सकता है; वस्तु, व्यक्ति या दृश्य के सौंदर्य को दर्ज किया जा सकता है और किसी परिस्थिति या घटना के सच को दुनिया के सामने लाया जा सकता है। इस तरह, फोटोग्राफी एक आर्ट-फॉर्म है, एक कला है, एक मीडियम। राहुल ने समर कैंप उपस्थित बच्चों से कहा की फोटोग्राफी यादों को सुलझाने की कला है।
राहुल ने बच्चों के मन में उठे फोटोग्राफी संबधित सवालों के भी जवाब दिए। बेसिक इंग्लिश स्कूल सोसायटी के अध्यक्ष नारायण व्यास ने राहुल व्यास को समर कैंप आकर बच्चों को फोटोग्राफी के गुर सिखाने के लिए धन्यवाद दिया।