देश की 16 राज्यसभा सीटों के परिणाम आने के बाद सियासी गलियारों में दो बातें प्रमुखता से ट्रेंड कर रही है। पहली बात भाजपा का चुनावी मैनेजमेंट कांग्रेस से कहीं बेहतर है और दूसरी बात भाजपा के पास राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का कोई काट नही है। गहलोत ने एक बार फिर भाजपा के सभी चुनावी समीकरण फेल करते हुए राजस्थान में कांग्रेस के तीनों उम्मीदवारों को राज्यसभा पहुंचा दिया। गहलोत इससे पहले गुजरात से भी तमाम अड़चनों के बाद भी अहमद पटेल को राज्यसभा भेजने में कामयाब रहे थे। देश के हर राज्य में भाजपा की रणनीति काम कर रही है, लेकिन गहलोत के सामने भाजपा के सभी राजनीतिक मोहरे चित्त हो जाते है।
राजस्थान को छोड़ कांग्रेस ने हरियाणा और महाराष्ट्र में बड़ी फजीहत करवा ली। कांग्रेस के अजय माकन हरियाणा में राज्यसभा चुनाव हार गए,हरियाणा के सीएम मनोहर लाल खट्टर की रणनीति भूपिंदर सिंह हुड्डा और छतीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल पर भारी पड़ी। माकन रिकॉर्ड चौथी बार चुनाव हारे है। माकन इससे पूर्व हुए दो लोकसभा चुनाव और दिल्ली विधानसभा चुनाव हार चुके है। महाराष्ट्र में अकेले देवेंद्र फडणवीस शरद पवार, उद्धव ठाकरे और कांग्रेस पर भारी पड़े। एक सीट पर भाजपा और शिव सेना की बीच कड़ी टक्कर थी,बाजी भाजपा ने मार ली क्योंकि देवेंद्र फडणवीस ने 10 निर्दलीय विधायक अपने पक्ष में कर लिए थे और शरद पवार और उद्धव ठाकरे देखते रह गए। पवार ने देवेंद्र फडणवीस के चुनावी मैंनेजमेंट की सार्वजनिक तारीफ भी की है।
मनोज रतन व्यास