बीकानेर में इन दिनों प्रशासन यातायात व्यवस्था को लेकर चाक चौबंद नजर आ रहा है। प्रशासन की मुस्तैदी का अंदाजा आप इसी बात से लगा सकते हैं कि यातायात व्यवस्था सुचारू करने हेतु प्रशासन कई नवाचार भी कर रहा है साथ ही वाहन चालकों से यातायात नियमों की पालना सख्ती से करवाई जा रही है। नो पार्किंग जोन और हेलमेट को लेकर बीकानेर पुलिस ज्यादा ही सक्रिय नजर आ रही है। लेकिन इन सबके बीच बड़ी बात यह है कि इस अभियान में भी बड़ी मछली शिकंजे में नहीं आ रही।
बीकानेर में हेलमेट चेकिंग है सुर्खियों में
बीकानेर में प्रशासन इन दिनों हेलमेट चेकिंग को लेकर अतिरिक्त सक्रिय नजर आ रहा है। हेलमेट चेकिंग के मामलों में प्रशासन कमजोर को अपना निशाना बना रहा हैं। हेलमेट चेकिंग के नाम पर अधिकांशतः आर्थिक रूप से कमजोर आम आदमी का ही चालान किया जा रहा है।नो पार्किंग जोन में आम आदमी का दुपहिया वाहन खड़ा नहीं हो सकता वहीं दूसरी और रसूखदार लोग अपनी कार खड़ी कर देते हैं साथ ही रसूखदार लोगों की बाइक भी आपको नो पार्किंग जोन में दिखाई दे जाएगी।
बच रहे हैं रसूखदार
बीकानेर में चल रहे सघन हेलमेट चेकिंग अभियान को लेकर पुलिस अधीक्षक ने कहा था कि किसी की भी सिफारिश हेलमेट चेकिंग के दौरान नहीं चलेगी लेकिन बीकानेर में पुलिस अधीक्षक के आदेश हवा हो रहे हैं। बिना हेलमेट सड़कों पर सरपट दौड़ते रसूखदार लोगों का चालान नहीं हो रहा। हेलमेट चेकिंग के दौरान रसूखदार लोग अपना परिचय देकर आसानी से वाहन बिना चालान के निकाल लेते हैं लेकिन दूसरी ओर आम आदमी को चालान के लिए मजबूर किया जाता है।
आम आदमी के लग रहा चालान का चाबुक
बीकानेर में ट्रैफिक पुलिस अपनी परफॉर्मेंस दिखाने के बहाने हेलमेट चेकिंग के नाम पर आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के लोगों को निशाना बना रही है। अधिकांश चालान दिहाड़ी मजदूरी करने वाले अशिक्षित कमजोर वर्ग के लोगों के काटे जा रहे हैं। आम आदमी जिनकी पहचान किसी जनप्रतिनिधि या रसूखदार व्यक्ति से नहीं है उनके भी चालान काटे जा रहे हैं लेकिन जनप्रतिनिधियो, सरकारी अधिकारी एवं कर्मचारी, वकील, डॉक्टर, पत्रकार, बड़े व्यापारी जैसे रसूखदार लोगों और इन सबके निकटतम परिजनों के चालान ना के बराबर कटे जा रहे हैं।
बीकानेर की सड़कों पर इन दिनों यह दृश्य आम है जब आम आदमी चालान न काटने के लिए गिड़गिड़ाता नजर आता है वहीं दूसरी ओर रसूखदार रौब के साथ अपनी गाड़ी यातायात नियमों को धत्ता बताकर निकाल ले जाता है।