जिला कलक्टर भगवती प्रसाद कलाल के निर्देशानुसार सोमवार को जिला मुख्यालय के 33 कार्यालयों में कर्मचारियों की उपस्थिति का औचक निरीक्षण किया गया। इस दौरान 610 में से 258 कार्मिक अनुपस्थित मिले।
जिला कलक्टर ने बताया कि प्रत्येक सरकारी कार्मिक समय पर कार्यालय पहुंचे तथा आमजन के अधिक से अधिक कार्यों का सम्पादन करें, इसके मद्देनजर राजस्थान प्रशासनिक सेवा के दस अधिकारियों ने इन कार्यालयों का प्रातः 9.30 बजे से औचक निरीक्षण किया। इस दौरान सीएमएचओ के 123 में से 62 तथा नगर निगम के 184 में से 60 कार्मिक अनुपस्थित पाए गए। इसी प्रकार पंचायत समिति के 27, कृषि विस्तार कार्यालय के 24 तथा सार्वजनिक निर्माण विभाग के 14 कार्मिक अनुपस्थित मिले। इस दौरान उद्यान विभाग के सहायक निदेशक कार्यालय तथा सीएमएचओ कार्यालय की एनयूएचएम, पीसीपीएनडीटी, एनसीडी, एनटीसीपी और फ्लोरोसिस प्रोग्राम शाखा बंद पाई गईं।
इन अधिकारियों ने किया निरीक्षण
जिला कलेक्टर के निर्देशानुसार अतिरिक्त कलक्टर (प्रशासन) ने नगर निगम, अतिरिक्त कलक्टर (नगर) ने मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी कार्यालय, अतिरिक्त आयुक्त उपनिवेशन ने पीडब्ल्यूडी, सहायक आयुक्त उपनिवेशन ने कृषि और उद्यानिकी, एमजीएसयू के कुलसचिव ने देवस्थान और पर्यटन, रीपा के अतिरिक्त निदेशक ने पंचायत समिति परिसर के समस्त कार्यालयों, जिला परिषद की मुख्य कार्यकारी अधिकारी ने चौपड़ा कटला स्थित समस्त कार्यालयों, महिला एवं बाल विकास विभाग की उपनिदेशक ने सहकारिता विभाग, एसकेआएयू के कुलसचिव ने बीमा एवं प्रावधायी निधि के कार्यालयों तथा सहायक निदेशक लोक सेवाएं ने पीडब्ल्यूडी के कार्यालयों का औचक निरीक्षण किया।
जिला कलेक्टर पहुंचे यूआईटी, 39 कार्मिक मिले अनुपस्थित
जिला कलेक्टर और नगर विकास न्यास अध्यक्ष भगवती प्रसाद कलाल ने यूआईटी का औचक निरीक्षण किया। इस दौरान 39 कार्मिक अनुपस्थित मिले। जिला कलेक्टर ने न्यास की विभिन्न शाखाओं का निरीक्षण कर जायजा लिया। निरीक्षण के दौरान उन्होंने फाइलें व्यवस्थित रखने, साफ सफाई का विशेष ध्यान रखने के निर्देश दिए। सभी स्थानों पर निरीक्षण के दौरान उपस्थिति पंजिकाएं जब्त कर ली गई। जिला कलेक्टर ने बताया कि अनुपस्थित पाए गए कार्मिकों के विरुद्ध नियमानुसार कार्यवाही की जाएगी।