संभाग के सबसे बड़े अस्पताल पीबीएम हॉस्पिटल में इन दिनों बाइक चोरों के हौसले बुलंद हो रखे हैं। पीबीएम अस्पताल में मरीजों के परिजनों के दुपहिया वाहन लगातार चोरी हो रहे हैं। गौरतलब है कि पीबीएम अस्पताल में संभागीय आयुक्त द्वारा पार्किंग शुल्क को समाप्त कर दिया गया है और अब वहां गाड़ी पार्किंग का शुल्क नहीं लगता हैं लेकिन साथ ही अब पीबीएम में बाइक की सुरक्षा को लेकर भी बड़े सवाल खड़े होने लगे हैं। पीबीएम अस्पताल से लगातार दुपहिया वाहनों की चोरी होने की खबरें आती रहती है।
नत्थूसर गेट के बाहर रहने वाले राजकुमार जोशी ने बताया कि वह अपनी बाइक से पीबीएम अस्पताल अपने परिजन का हालचाल पूछने पहुंचा लेकिन जब वह वापस अपनी बाइक लेने गया तो उनकी बाइक गायब मिली। काफी देर इधर-उधर ढूंढने के बावजूद भी उन्हें उनकी बाइक नहीं मिली तो उन्होंने थाने में इतना की। जोशी ने बताया कि पीबीएम में उनके रिश्तेदार भर्ती है और वह यहां उनके हालचाल पूछने आया था जब उनकी बाइक चोरी हुई तो उन्हें पता चला कि बीते एक माह में उनके चार जानकार लोगों की भी बाइक पीबीएम से चोरी हुई है। जोशी ने बताया कि उनकी चोरी हुई बाइक के नंबर RJ 07 SV 9200 है।
संभागीय आयुक्त द्वारा की गई पहल के बाद अब दुपहिया वाहनों की सुरक्षा को लेकर भी बड़े सवाल खड़े हो रहे हैं। लगातार दुपहिया वाहनों की चोरी होना पुलिस की लापरवाही को भी दर्शाता है। पीबीएम अस्पताल के अलावा रतन बिहारी पार्क स्थित पार्किंग से भी लोगों के दुपहिया वाहन चोरी होने की सूचना आती रही है। अब बड़ा सवाल यह है कि पीबीएम अस्पताल में हो रही बाइक चोरी को रोकने के लिए पुलिस क्या कार्यवाही करेगी।