बीकानेर शहर के श्रीविश्वकर्मा मंदिर बंगलानगर में आज सुथार समाज बीकानेर के सक्रिय कार्यकर्ताओ ने सुथार छात्रावास निर्माण प्रक्रिया को लेकर बैठक का आयोजन किया। जिसमें बीकानेर शहर के साथ साथ कोलायत, बज्जू, नोखा ब्लॉक से समाज बंधुओं ने भाग लिया। बैठक की शुरुआत आराध्य देव भगवान श्रीविश्वकर्मा जी को दीप प्रज्वलित करके की गई। बज्जू से अध्यापक गोपीराम सुथार ने बैठक का एजेंडा बताते हुए कहा कि हम सभी को आज छात्रावास निर्माण के लिए सार्थक योजना बनानी है सभी के लिए खुला मंच है सभी अपनी अपनी बात रखें।
भागीरथ सुथार बीकानेर ने 3 सालो में किये गए प्रयासों के बारे विस्तार से जानकारी दी। और कहा कि जल्द ही सरकार से भी संस्था के नाम जमीन आवंटन करवाने की प्रक्रिया की जाएगी। सिंथेसिस के डारेक्टर जेठमल जी सुथार ने कहा वर्तमान में बीकानेर संभाग स्तर पर समाज के छात्रावास के साथ साथ पुस्तकालय भी आवश्यक है। वर्तमान में शिक्षा का उभरता हब है बीकानेर शहर इसलिए हर कीमत पर हमें साझा प्रयास कर इसे मूर्त रूप देना चाहिए। ग्रामसेवक संघ के जिलाध्यक्ष मनोज सुथार हदा ने कहा की आज की बैठक का उद्देश्य हर गांव में श्रीविश्वकर्मा जयंती के अवसर जिला मुख्यालय पर छात्रावास निर्माण पर चर्चा हो यही है। युवाओ की टीम हर गांव में छात्रावास के लिए मुहिम का हिस्सा बने। व्याख्याता द्वारकाप्रसाद सुथार ने कहा कि हमे हर हाल में जमीन और निर्माण कार्य को जल्द ही शुरु करना है। इसके लिए हम गांव गांव अभियान चलाकर समाज का सहयोग लेंगे। भोमराज सुथार बाप ने कहा कि हमे व्यक्तिगत बातों को त्यागते हुए केवल छात्रावास निर्माण पर ही ध्यान देना है। लोगो की बातों और नकारात्मकता को छोड़ कर अग्रणी टीम को काम करना होगा। बीकानेर जिले का समाज अभी तक हमेशा समाज के कार्यो में सहयोग करता आया है। प्रभुदयाल जी बरड़वा ने सुथार छात्रावास समिति के प्रयासों पर विस्तार से जानकारी दी और कहा कि 3 सालो में समिति ने काफी प्रयास किये और आगे भी निर्माण कार्य के लिए हमेशा तैयार है। समिति ने अस्थायी छात्रावास भी चलाया है। सरकार से आवंटन हो या मिलकर जमीन खरीदने का काम हो हमे जल्द ही निर्माण कार्य करवाना है।
इस अवसर पर विकास अधिकारी नारायण सुथार, माणक सुथार खारी, गोपीराम खोखा, रामचंद्र सुथार, महेश सुथार, झंवर लाल सुथार, नंदकिशोर सुथार पांचू, मनोज सुथार, कैलाश सुथार, धनराज सुथार, पूनमचन्द सुथार,मनीष नागल,भागीरथ सुथार, हरिकिशन सुथार, सुगनाराम सुथार सहित सुथार समाज बंधुओं ने भाग लिया।