पश्मिली राजस्थान के सुप्रसिद्ध लोकदेवता बाबा रामदेव की अवतरण तिथि भादवा-शुक्ला द्वितीया के उपलक्ष्य में आज अलसुबह मंगला आरती के साथ 638 वें रामदेवरा मेले का विधिवत रूप से शुभारम्भ हो गया। इस अवसर पर बाबा की समाधि के मस्तक पर स्वर्ण मुकुट प्रतिष्ठापन किया गया। जिला कलक्टर टीना डाबी ने साम्प्रदायिक सद्भाव का संदेश देते हुए बाबा की समाधि की विधि विधान से पूजा-अर्चना की एवं यहां आने वाले श्रद्धालुओं को शुभकामनाएं प्रेषित की।
मंगला आरती के अवसर पर पुजारी पं. कमल किशोर छंगाणी ने अतिथियों से वैदिक मंत्रोच्चार के साथ बाबा रामदेव जी की समाधि के दूध, दही, शहद, इत्र एवं पंचामृत से अभिषेक करवाया। बाबा को मेवा मिष्ठान एवं मिश्री का भोग लगाया गया। बाबा की समाधि पर नई चादर चढ़ाई गयी एवं बाबा की भोग आरती की गई। अतिथियों ने बाबा की समाधि पर इत्र एवं प्रसाद चढ़ाया एवं समाधि पर चंवर ढुलाया तथा बाबा के अखण्ड जोत के दर्शन किए। अतिथियों को बाबा का प्रसाद दिया गया व पवित्र झारी का जल आचमन करवाया।
मंगला आरती के अवसर पर मंदिर के प्रमुख प्रवेश द्वार के खुलते ही बाबा के भक्तजन बाबा के जयकारे लगाते हुए बड़े उत्साह के साथ निज मंदिर में प्रवेश किया। अनेक श्रृद्धालुओं ने बाबा की बीज के अवसर पर अपने ईष्टदेव के दर्शन कर अपने आप को धन्य महसूस किया। श्रृद्धालुगण बाबा की अवतरण तिथि भादवासुदी बीज के अवसर पर ईष्ट देव के दर्शन करने के लिये रात्रि में ही बैरीकेटिंग के मध्य डेरा जमाए रखा था।इस अवसर पर पुलिस अधीक्षक भंवरसिंह नाथावत, नगर विकास न्यास जैसलमर की सचिव एवं मेला समन्वयक सुश्री सुनीता चौधरी, उपखंड अधिकारी पोकरण श्री राजेश विश्नोई, बाबा वंशज गादीपति भोमसिंह तंवर, सांकडा पंचायत समिति के प्रधान भगवत सिंह, नगरपालिका पोकरण के अध्यक्ष श्री मनीष पुरोहित, रामेदवरा सरपंच श्री समुन्दरसिंह तंवर ने बाबा रामदेव जी की समाधि की पूजा-अर्चना की एवं देश व प्रदेश में अमन चैन एवं खुशहाली की मंगल कामना की।