आपणी हथाई न्यूज, ऋषि पंचमी के अवसर पर मंत्रोच्चार के सामूहिक उद्घोष के साथ जप। दस प्रकार की औषधियों से स्नान। संध्या का सस्वर वाचन। देवताओं-पितृगणों और ऋषियों का तर्पण। जाने-अनजाने में हुए पापकर्म के प्रायश्चित के लिए हेमाद्रि संकल्प। हवन में आहुतियाें के साथ ही ऋषि और नए यज्ञोपवीत का पूजन करने के बाद भगवान विष्णु की आरती। कुछ ऐसा ही नजारा ऋषि पंचमी पर गुरुवार को श्रीमाली समाज के पंडितों के सान्निध्य में समाज के विप्रजनों ने बेनिसर बारी स्थित श्री महालक्ष्मी मंदिर में ऋषि पंचमी पूजन किया गया। श्री श्रीमाली ब्राह्मण समाज ने धरणीधर तालाब में श्रावणी कर्म किया।
पं रविशंकर, पं ओमनारायण, पं मनोज कुमार के सानिध्य में ऋषि तर्पण, देव तर्पण, पितृ तर्पण धरनिधर तलाव पर किया गया तथा ऋषि पूजन,आरती श्रीमाली समाज के महालक्ष्मी मन्दिर मे किया गया मुख्य पूजन समाज के ट्रस्ट अध्यक्ष पं जतनलाल द्वारा किया गया इसमें समाज के अध्यक्ष श्याम लाल दवे,संजय व्यास, संजय दवे लम्पाऊ,जोगेंद्र श्रीमाली, मनमोहन श्रीमाली ,युवा अध्यक्ष तेजेश श्रीमाली ,कमल श्रीमाली ,देवगौड़ा, अनिल श्रीमाली ,श्री रतन श्रीमाली,सूरज रतन श्रीमाली ,चान्द भा श्रीमाली,परमेश्वर लाल श्रीमाली, संदीप श्रीमाली सहित समाज के प्रबुद्धजनों ने ऋषि पूजन किया ।