राजस्थान के पूर्व शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह डोटासरा ने पिछले साल हुई रीट भर्ती परीक्षा को रीटोत्सव का नाम दिया था। लाखो अभ्यर्थियों के एक ही दिन परीक्षा देने के कारण पूर्व शिक्षा मंत्री रीट परीक्षा के आयोजन को गिनीज बुक में दर्ज करवाना चाहते थे अब एसओजी की रिपोर्ट के बाद वही रीटोत्सव अब शर्म का उत्सव बन गया है। इन दिनों रीट प्रमाणपत्रों के आधार पर रीट के लाखों अभ्यर्थी फाइनल सलेक्शन के लिए फॉर्म भर रहे है, वही एसओजी रिपोर्ट के बाद रीट परीक्षा में हुई धांधली की सीबीआई जांच की मांग की जा रही है। बढ़ते मीडिया और विपक्ष के दबाव के बाद पूरी सम्भावना है कि रीट भर्ती परीक्षा रद्द होकर पुनः करवाई जाएगी,अगर रद्द होती है तो फिर परीक्षा कब होगी,फॉर्म भर रहे रीट अभ्यर्थी इसी परेशानी और अवसाद में घिर गए है। क्या यूपी की तर्ज पर अगले दो तीन महीने में फिर रीट की परीक्षा हो सकती है? लाखो रीट अभ्यर्थियों की निगाहें मुख्यमंत्री गहलोत और शिक्षा मंत्री बी डी कल्ला के आगामी आदेश की ओर देख रही है। इस बीच क्या मई में होने वाली 20 हजार पदों के लिए रीट भर्ती इस रद्द परीक्षा के साथ मर्ज होगी? सवाल कई है?गहलोत सरकार से जवाब का इंतजार है।
मनोज रतन व्यास