शिव शक्ति साधना पीठ में श्रीमद् भागवत कथा का शुभारंभ आज से हुआ। सात दिवसीय कथा के प्रथम दिन कथा वाचक पं शिवकिशन किराडू ने कहा कि कलयुग में भागवत कल्याण करने का एकमात्र उपाय है। भागवत केवल पुस्तक नहीं है। जैसे – भगवान श्रीकृष्ण, श्रीराम व्यक्ति रूप दिखते हैं लेकिन वास्तव में भगवान है। इसी प्रकार भागवत कलयुग में साक्षात भगवान का स्वरूप है। आज के प्रसंग में महाराज ने भक्ति, ज्ञान और वैराग्य के प्रसंग सुनाए। कथा में नारद जी, भक्ति तथा ज्ञान और वैराग्य के प्रसंग सुनाए। साथ ही कहा कि जीव और परमात्मा का संबंध नित्य है। कलयुग आ गया है ज्ञान और वैराग्य को कोई पूछता नहीं है। आयोजन से जुड़े प्रदीप किराडू ने बताया कि सुबह भागवत परायण के पाठ हुए जिसमें किराडू ने बताया कि भगवान की लीला अपरंपार है। वे अपनी लीलाओं के माध्यम से मनुष्य व देवताओं के धर्मानुसार आचरण करने के लिए प्रेरित करते हैं।
श्रीमदभागवत कथा के महत्व को समझाते हुए कहा कि भागवत कथा में जीवन का सार तत्व मौजूद है आवश्यकता है निर्मल मन ओर स्थिर चित्त के साथ कथा श्रवण करने की। भागवत श्रवण से मनुष्य को परमानन्द की प्राप्ति होती है। इस मौके पर इस मौके पर पं श्रीमोहन किराडू,संदीप किराडू, एड मदन मोहन व्यास, अभिषेक,केशव,कलकता से पधारे पं ताराकांत,वैद्यनाथ व हरेराम,मुरली पुरोहित,विशाल सेवग,कमल रंगा,नटवर जोशी उपस्थित रहे।