आपणी हथाई न्यूज़, बीकानेर में लगातार नगर निगम की नाकामी खुलकर सामने आ रही है। बीकानेर में निगम प्रशासन की कमजोरी का फायदा मृत पशु उठाने वाले ठेकेदार उठा रहे हैं। जहां एक ओर निगम में महापौर और निगम आयुक्त अपने वर्चस्व की लड़ाई लड़ रहे हैं वहीं दूसरी ओर बीकानेर की जनता सिस्टम के खिलाफ लड़ाई लड़ रहे हैं।
बीकानेर में जिस तरीके से मृत पशु उठाने वाले ठेकेदार अपनी मनमानी कर रहे हैं उससे यह प्रतीत होता है मानो बीकानेर में पोपा बाई का राज चल रहा हो। शहर में बीते 2 माह से लगातार गायों की मौत में इजाफा हुआ है इसके चलते मृत गाय को उठाने के लिए शहरवासियों को काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। मृत पशु उठाने वाले ठेकेदार के कार्मिक खुलेआम मृत पशु उठाने के नाम पर अवैध वसूली आमजन से कर रहे हैं।
बीते दिनों सोशल मीडिया पर मृत पशु उठाने वाले कार्मिक और एक शहर वासी की बातचीत का एक ऑडियो खूब वायरल हुआ। कथित ऑडियो में मृत पशु उठाने वाले कार्मिक द्वारा मृत पशु उठाने की एवज में एक हजार रुपए मांगे गए। कथित पैसे मांगने वाले ऑडियो के वायरल होने के बावजूद अब तक निगम प्रशासन द्वारा ना तो मृत पशु उठाने वाले ठेकेदार के खिलाफ और ना ही पैसे मांगने वाले कार्मिक के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई जिसके परिणाम स्वरूप बीकानेर में मृत पशु उठाने के नाम पर आमजन से मृत पशु उठाने वाले कार्मिक खुलेआम अवैध वसूली कर रहे हैं। आपणी हथाई द्वारा निगम आयुक्त से जब सवाल किया गया तो वह इस सवाल से कन्नी काटते नजर आए और बोले यह काम ठेकेदार का है।
नगर निगम की नाकामी का अंदाजा आप इसी बात से लगा सकते हैं कि निगम में मृत पशु उठाने की शिकायत तो की जा सकती है लेकिन मृत पशु उठाने की एवज में पैसे मांगने वाले कार्मिकों के खिलाफ निगम में शिकायत रजिस्टर्ड करने का कोई माध्यम नहीं है। ठेकेदार के कार्मिकों द्वारा की जा रही खुलेआम वसूली ना केवल निगम प्रशासन की नाकामी को दिखा रही है बल्कि प्रदेश सरकार की साख पर भी सवाल खड़े कर रही है।