आपणी हथाई न्यूज़, पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव परिणाम के बाद चार राज्यों में बीजेपी ने पूर्ण बहुमत के साथ वापसी की है। चुनाव के नतीजों के बाद विधायक दल के नेता यानी मुख्यमंत्री के नाम पर भाजपा के केंद्रीय नेतृत्व ने एक बार फिर से पुराने चेहरों पर ही विश्वास जताया है।
केंद्रीय आलाकमान ने उत्तर प्रदेश में योगी आदित्यनाथ को चुनाव से पहले ही मुख्यमंत्री का चेहरा घोषित कर दिया था वही उत्तराखंड में आज पुष्कर सिंह धामी को मुख्यमंत्री पद की जिम्मेदारी सौंपी है गौरतलब है कि पुष्कर सिंह धामी उत्तराखंड में अपनी विधानसभा सीट से चुनाव हार गए थे बावजूद इसके केंद्रीय नेतृत्व ने पुष्कर सिंह धामी को दोबारा उत्तराखंड का मुख्यमंत्री बनाया है।
भाजपा केंद्रीय नेतृत्व ने गोवा में प्रमोद सावंत वही मणिपुर में बीरेंद्र सिंह को मुख्यमंत्री बनाया है। प्रमोद सावंत गोवा के लगातार दूसरी बार मुख्यमंत्री बने हैं वही बीरेंद्र सिंह भी मणिपुर के लगातार दूसरी बार मुख्यमंत्री बने हैं। कुल मिलाकर भाजपा ने अपने पुराने चेहरों पर ही विश्वास करते हुए उनके मुख्यमंत्री पद पर मोहर लगाई है।
केंद्रीय नेतृत्व के पुराने चेहरों पर विश्वास जताने वाले इस फैसले के बाद राजस्थान में नया सियासी समीकरण बन सकता है। भाजपा केंद्रीय नेतृत्व अगर इसी फार्मूले को अपनाता है तो इस फार्मूले से वसुंधरा राजे को प्राणवायु मिल सकती है।एक समय वसुंधरा राजे राजस्थान में बीजेपी का प्रमुख चेहरा रही है लेकिन इन दिनों वसुंधरा राजे और उनके समर्थक भाजपा में कमजोर नजर आ रहे हैं।
भाजपा केंद्रीय नेतृत्व के हाल ही में लिए गए फैसलों के बाद वसुंधरा गुट थोड़े उत्साही नजर आ रहे हैं लेकिन राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि मुख्यमंत्री चेहरे के रूप में वसुंधरा की राह फिलहाल आसान नजर नहीं आ रही फिर भी राजनीति में असंभव कुछ भी नहीं।