आजादी के अमृत महोत्सव के अंतर्गत देश में चलाए जा रहे कार्यक्रमों की शृंखला में बीकानेर के रचनाकार हरीश बी.शर्मा का राजस्थानी गीत राज्यगीत की श्रेणी में शामिल किया गया है। इसे केंद्र सरकार के संस्कृति मंत्रालय की ‘आजादी का अमृत महोत्सव’ वेबसाइट पर देखा जा सकता है। इसे गूगल बार में आजादी गीत ऑफ राजस्थान सर्च करके देखा जा सकता है।
https://amritmahotsav.nic.in/melodies-of-freedom-detail.htm?29
‘राजपूताणो रजवाड़ो कण-कण रो रगत सिनान, प्राण दियां जस मानै ऐड़ी भोम है राजस्थान…’ गीत में हरीश बी. शर्मा ने राजस्थान के स्वतंत्रता सेनानियों का जिक्र करते हुए 24 अंतरों का राजस्थानी गीत रचा है। इस गीत में राजस्थान के ऐसे स्वाधीनता सेनानियों की जानकारियां भी हैं, जिनका स्मरण हुआ ही नहीं है या कम हुआ है।
भारत सरकार के संस्कृति मंत्रालय ने साहित्य अकादेमी, नई दिल्ली के माध्यम से अकादेमी से मान्य 24 भारतीय भाषाओं में आजादी के गीत इस मंशा के साथ आमंत्रित किए थे। राजस्थानी के अलावा अब तक इसमें उर्दू, मैथिली, मराठी, अवधी, सिंधी आदि भारतीय भाषाओं के गीत शामिल हुए हैं, जिसे भारत सरकार के संस्कृति मंत्रालय की वेबसाइट ‘आजादी का अमृत महोत्सव’ की राज्यगीत श्रेणी में देखा जा सकता है।
https://amritmahotsav.nic.in/melodies-of-freedom-list.htm
अब तक मिले गीतों में सबसे बड़ा गीत राजस्थानी का है, जिससे यह अंदाजा लगाया जा सकता है कि राजस्थान का स्वाधीनता संग्राम कितना बड़ा हुआ होगा। शीघ्र ही इस गीत का घ्वनांकन भी होगा, जिसे यू-ट्यूब पर अपलोड किया जाएगा।
इस लिंक पर यह गीत देखा जा सकता है।
https://amritmahotsav.nic.in/melodies-of-freedom-detail.htm?29
https://amritmahotsav.nic.in/melodies-of-freedom-list.htm