आपणी हथाई न्यूज,उदयपुर में जिस तरीके से नूपुर शर्मा के समर्थन करने पर कन्हैया लाल की हत्या की गई थी,कुछ ऐसी ही घटना महाराष्ट्र के अमरावती में हुई है। अमरावती के केमिस्ट( दवा विक्रेता) उमेश कोल्हे ने कथित रूप से अनेक वाट्सएप ग्रुप में नूपुर शर्मा के सपोर्ट में मैसेज फॉरवर्ड किए थे। उमेश के भाई महेश ने मैसेज फॉरवर्ड करने की बात स्वीकार भी की है। पहले उमेश की हत्या को चोरी की घटना बताया जा रहा था,लेकिन अब उमेश की हत्या को कन्हैया लाल जैसी ही निर्मम हत्या का मामला बताया जा रहा है। देश के गृह मंत्री अमित शाह ने उमेश कोल्हे हत्याकांड की जाँच एनआईए को सौंप दी है। हत्या में शामिल मुख्य आरोपी शेख इरफान शेख समेत 7 आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है।
कैसे हुई वारदात
यह घटना 21 जून को रात 10 से 10.30 बजे के बीच हुई, जब उमेश पुत्र प्रहलादराव कोल्हे अपनी दुकान बंद करके बाइक से घर लौट रहा था। इस दौरान उमेश का बेटा संकेत और पत्नी वैष्णवी दूसरी बाइक से उनके साथ चल रहे थे। पुलिस के मुताबिक, उमेश जैसे ही महिला कॉलेज के गेट के पास पहुंचे, तो बाइक सवार दो लोगों ने पीछे से आकर उमेश का रास्ता रोक दिया।एक युवक बाइक से उतरा और उमेश की गर्दन पर धारदार हथियार से वार किया और मौके से फरार हो गया।खून से लथपथ उमेश सड़क पर गिर गए. इसके बाद संकेत उसे अस्पताल ले गया जहां उनकी मौत हो गई थी।