आपणी हथाई न्यूज, राजस्थान में होने वाले विधानसभा चुनाव के बीच इन दिनों सियासी मौसम भी ठीक ठाक सा नजर आ रहा है हालांकि ईडी की कार्रवाई ने सियासी हल्कों में थोड़ी उथल पुथल जरूर मचाई है। ईडी और कांग्रेस की अंदरूनी सियासत के अलावा अब एक फिल्म भी राजस्थान की राजनीति में सुर्खियां बटोर रही है।
देशभर में बॉलीवुड मूवी “द केरला स्टोरी” के सक्सेस के बाद सरकारों की नजर अब “अजमेर 92” मूवी पर टिकी हैं। फ़िल्म के डायरेक्टर पुष्पेंद्र सिंह ने मीडिया को बताया कि पोस्टर रिलीज के साथ ही कुछ लोग मूवी का विरोध करने लगे है जबकि फ़िल्म में 250 लड़कियों के साथ हुए बलात्कार की सच्चाई सबके सामने आनी चाहिए। ऐसी कितनी ही लडकिया है जिनको न्याय नही मिल पाया। जिनसे वे खुद मिले है।
पुष्पेंद्र सिंह ने कहा कि हमे राजस्थान में शूटिंग नहीं करने दी गई थी। लोगों ने सेट को घेर लिया था, मुझे तब भी धमकी दी गई थी। विरोध करने वाले पहले फिल्म देख लें। हमारी फिल्म किसी धर्म और जात के विरोध में नहीं है उन लड़कियों पर जिनके साथ सालों साल जुर्म हुआ है उनपर है। मुझे राजस्थान में शूट नही करने दिया गया तो हमने मध्यप्रदेश में फ़िल्म की शूटिंग पूरी की।
फ़िल्म 14 जून को रिलीज होनी है। उससे पहले ही फ़िल्म को बैन करने की मांग शुरू हो गई है। अब देखना ये होगा कि फिल्म रिलीज के बाद राजस्थान की सियासत में कोई बवंडर आयेगा या फिर सब कुछ पहले जैसा ही रहेगा।