आपणी हथाई न्यूज, बीकानेर के नोखा में दो जुडवां बच्चों के जन्म की ख़ुशी पलक झपकते ही टेंशन में बदल गई। मिली जानकारी के अनुसार दोनों जुडवां बच्चों को हार्लेक्विंन जेनैटिक बीमारी है। मेडिकल साइंस के अनुसार 50 लाख जीवित बच्चों में से किसी एक को यह बीमारी होती है, असल में यह एक मूल रूप से त्वचा की बीमारी है।
दोनों जुडवां बच्चों की हालत पर पी बी हॉस्पिटल के डॉक्टर डॉ गजानंद सिंह तंवर और उनकी टीम नजर बनाए हुए है। पैदा हुए बच्चों की त्वचा बहुत सख्त है,एक बालक की आँखे नहीं है,दोनों नवजात बच्चों के फोटो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहें है,फिलहाल बच्चों को अंडर ऑब्जेरवेशन रखा गया है। डॉक्टर्स का मानना है कि ऐसे जन्मे बच्चें अधिक समय तक जीवित नही रहते है।
मनोज रतन व्यास