आपणी हथाई न्यूज,प्रदेश से लेकर बीकानेर तक भारतीय जनता पार्टी अंदरूनी कलह को लेकर सुर्खियों में है। जहां एक ओर प्रदेश में सतीश पूनिया बनाम वसुंधरा विवाद चल रहा है जिस पर आज आम आदमी पार्टी राजस्थान ने भी तंज कसा है वही दूसरी ओर बीकानेर में लगातार पार्टी में अंदरूनी कलह खुलकर सामने आ रही है। ताजा मामला भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के बीकानेर संभाग दौरे से जुड़ा है।
भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के बीकानेर दौरे से पहले 11 मई को होने वाले वर्चुअल कार्यालय उद्घाटन समारोह के निमंत्रण पत्र को लेकर अब विवाद सामने आ रहा है। दरअसल भाजपा कार्यालय उद्घाटन समारोह के निमंत्रण पत्र में महिला महापौर सुशीला कंवर का नाम नहीं होने पर भाजपा के कुछ पार्षद और महापौर के समर्थक नाराज हो गए। कार्यक्रम के निमंत्रण पत्र में राष्ट्रीय एवं प्रदेश अध्यक्ष के अलावा देहात व भाजपा जिला अध्यक्ष के साथ साथ बीकानेर सांसद, नोखा व लूणकरणसर विधायक का नाम दिया गया है। लेकिन निमंत्रण पत्र में महापौर का नाम नहीं होने की वजह से उनके समर्थकों में नाराजगी है।
इससे पहले बीते दिनों लक्ष्मीनाथ मंदिर में पार्षद और जिला अध्यक्ष आमने-सामने आ गए थे सोशल मीडिया पर पार्षद और जिलाध्यक्ष का यह वीडियो खूब वायरल हुआ। वही कुछ दिन पहले ही भाजपा के कुछ पदाधिकारियों पर प्रदर्शन के दौरान पुलिस द्वारा कार्रवाई की गई उस मामले में भी बीजेपी समर्थकों का आरोप है कि बीजेपी के एक स्थानीय गुट ने दूरी बनाए रखी। बीकानेर बीजेपी पोस्टर पॉलिटिक्स को लेकर भी विवादों में रही है। ऐसा कई बार हुआ है जब पोस्टर को लेकर एक गुट दूसरे गुट के नेताओं की तस्वीर ना लगाने की बात को लेकर नाराजगी जता चुके हैं।
हालांकि आज के ताजा मामले पर शहर जिला अध्यक्ष अखिलेश प्रताप सिंह ने कहा कि ऐसे आयोजनों में विधायक व सांसद के नाम ही दिए जाते की परंपरा रही है साथ ही जिला अध्यक्ष अखिलेश प्रताप ने कहा कि विधानसभा और निकाय में फर्क होता है निकाय में नगर परिषद, नगर पालिका, जिला परिषद और निगम आते हैं। राष्ट्रीय अध्यक्ष के बीकानेर संभाग दौरे से पहले पूरा संगठन तैयारियों में जुटा है और एकजुटता का संदेश दे रहा है वहीं दूसरी ओर सोशल मीडिया पर लोगों द्वारा विवादों की खबरों को चटकारे के साथ शेयर किया जा रहा है।